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भिलाई

#CG 12 Board Result 2018: दुर्ग संभाग के 6 होनहारों ने बनाई टॉप 10 में जगह, तीसरे स्थान पर रहे भिलाई के दो शुभम

12 वीं बोर्ड में दुर्ग संभाग के 6 होनहार छात्रों ने टॉप 10 में जगह बनाई है।

भिलाईMay 09, 2018 / 12:57 pm

Dakshi Sahu

patrika
भिलाई. छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल पहली बार दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट एक साथ जारी कर दिया। 12 वीं बोर्ड में दुर्ग संभाग के 6 होनहार छात्रों ने टॉप 10 में जगह बनाई है। दुर्ग के अलावा भिलाई, राजनांदगांव और बालोद के छात्रों ने एजुकेशन हब का डंका एक बार फिर पूरे छत्तीसगढ़ में बजा दिया है। दुर्ग के महावीर जैन स्कूल के छात्र शुभम गंवर्ध ने 97.20 प्रतिशत अंक अर्जित कर पूरे प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया। वहीं भिलाई के शंकुतला विद्यालय रामनगर के छात्र शुभम कुमार गुप्ता ने भी 97.20 अंक अर्जित कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
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बीएसपी स्कूल के विनय ने सबको पछाड़ा
सीजी बोर्ड 12 वीं की परीक्षा में बीएसपी हायर सेकंडरी स्कूल के विनय चौहान ने सबको पछाड़ते हुए छत्तीसगढ़ में चौथा रैंक प्राप्त किया है। उन्होंने 96.80 अंक अर्जित किए हैं। इसके अलावा पाटन के सरकारी स्कूल की बेटी यशस्वी वर्मा ने पांचवां रैंक हासिल किया है। 96.40 प्रतिशत के साथ वो टॉप 5 में जगह बनाने वाली प्रदेश की दूसरी लड़की है। यशस्वी को जब पत्रिका ने उनके टॉप करने की सूचना दी तो वह खुशी से फूले नहीं समाई। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय गुरूजनों और परिजनों को दिया।
राजनंादगांव के नोहर टॉप 5 में
सीजी १२ वीं बोर्ड परीक्षा में राजनांदगांव के सरकारी स्कूल के छात्र नोहर ने ५ वां रैंक हासिल किया है। नोहर ने कड़ी मेहनत के दम पर ९६.४० प्रतिशत अंक अर्जित कर सरकारी स्कूल की पढ़ाई का लोहा मनवा दिया है। राजनांदगांव जिले के चंचल वर्मा ९५.६० प्रतिशत के प्रदेश में ९ वें स्थान पर रहे हैं। दुर्ग संभाग के सात छात्रों ने टॉप टेन में जगह बनाकर प्रदेश में सफलता के परचम गाड़ दिए हैं।
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११ बजे अपलोड किए गए रिजल्ट
दुर्ग जिले के करीब 35 हजार बच्चों की धड़कन तेज हो गई थी। उन्हें उस घड़ी का इंतजार था, जब इंटरनेट पर रिजल्ट अपलोड कर दिया जाएगा। इन सब के बीच यह याद रखना भी जरूरी है कि यह जिंदगी की अंतिम परीक्षा नहीं। किसी कारण अगर नंबर कम भी आ गए तो हताश होने की बजाए यह सोचकर आगे बढ़ें कि हमारी जिदंगी कीमती है। जिंदगी की परीक्षा बोर्ड एग्जाम से नहीं पास की जा सकती। जो युवा अपने परिणामों को जिंदगी मान बैठते हंै उन्हें भी यह सोचना होगा कि उनके साथ पूरे परिवार की खुशियां उनसे जुड़ी हुई है।
अगर वे एक भी गलत कदम उठाएंगे तो पूरे परिवार को भुगतना होगा। इस बार जिले से दसवीं में 21 हजार 391 और बारहवीं में 13 हजार 272 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे। दुर्ग जिले में पिछले तीन वर्षो से लगातार बोर्ड परीक्षा के परिणाम में सुधार आ रहा है। डीईओ आशुतोष चावरे ने कहा कि मिशन बेटर एजुकेशन के तहत सालभर बोर्ड परीक्षा की खासी तैयारी कराई गई है।उनके उम्मीद के हिसाब से जिले का रिजल्ट पिछले वर्ष के मुकाबले औार बेहतर रहा है। परीक्षा परिणाम को लेकर बच्चों से ज्यादा शिक्षकों में भी उत्साह है। वहीं टॉपर्स के घर बधाई देने वालों का तांता लगना शुरू हो गया है।
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