उर्दू मुशायरों के जाने माने शायर अब्दुल सलाम कौसर ने कहा कि मौजूदा समय में युवा वर्ग खुद को उपेक्षित महसूस करता है लेकिन पत्रिका ने युवाओं को बेहतर प्लेटफार्म दिया है। युवा इस अभियान के माध्यम से आगे आकर बदलाव के नायक बन सकते हैं और राजनीति में शुचिता ला सकते हैं।
समाजसेवी वर्षा अग्रवाल ने कहा कि पत्रिका ने युवाओं के मन की बात को सामने लाने का बड़ा बीड़ा उठाया है। इस माध्यम से न सिर्फ युवाओं की बातें सामने आएंगी, बल्कि राजनीति करने वालों को समझ भी आएंगी कि मूल्यपरक राजनीति करने से ही देश में खुशहाली आ सकती है।