विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों ने चुनावी रणनीतियों को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है। इसी के तहत चुनाव से पहले दीपावाली त्योहार के दौरान आयोजन करने वाली समितियों को भी रिझाने की कोशिशें की गई। हालांकि चुनाव आचार संहिता और खर्च पर बंदिश के डर से इसे गोपनीय रूप में अंजाम दिया गया।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक दिवाली पर आयोजन करने वाली संस्था समितियों की सूची भी बनाई गई थी। इन समितियों को पिछले दरवाजे से आर्थिक सहायता के अलावा आयोजनों में शामिल होने वाली समितियों के लिए चाय-नाश्ते की भी अलग से प्रबंध किया गया था। इस काम को निचले स्तर के कार्यकर्ताओं के माध्यम से अंजाम दिया गया।
खास बात यह है कि संस्था समितियों के एक ही पंडाल में एक के बाद एक सभी नेता पहुंचे और सहयोग की अपील भी की। संगठन के लोगों ने भी मौके का भरपूर फायदा उठाया। जानकारी के मुताबिक दोनों दलों के लोगों ने पटरीपार व शहर के मध्य इलाके में जनसंपर्क किया। इस दौरान अलग-अलग समितियों के साथ बैठकें भी की।