पथराव के जवाब में पुलिस ने हवाई फायर व आंसू गैस के गोले दाग तथा हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया। सूचना पर पहुंचे जिला कलक्टर केसी वर्मा व पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दशरथ सिंह, पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण सम्पत सिंह, मलारना डूंगर एसडीओ मुकेश कायथवाल, तहसीलदार गौरीशंकर शर्मा ने स्थिति को नियंत्रण में किया। मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
ये हुए घायल जिला अस्पताल चौकी प्रभारी हरिमोहन चौधरी ने बताया कि हादसे में बौंली थाने के उपनिरीक्षक बालकिशन गुर्जर सहित तीन कांस्टेबल चोटिल हुए हैं। वहीं सरूपी (45) पत्नी गजानंद कीर, मन्नी (60) पत्नी काडू कीर, प्रकाशी (30) पत्नी रामकेश कीर, कजोड़ी (50) पत्नी हनुमान निवासी महेसरा तथा तोड़ा (50) निवासी दोबड़ा घायल हो गई। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका उपचार चल रहा है। जबकि कांस्टेबलों को प्राथमिक उपचार कर छुट्टी दे दी गई। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने कई बेकसूर लोगों पर भी लाठियां बरसाई।
यह था मामला पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि महेसरा क्षेत्र की बनास नदी में लीज होल्डर ठेकेदार व वाहन मालिकों के बीच रॉयल्टी को लेकर चल रहे विवाद के चलते डेढ़ माह से बजरी खनन बंद था। पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में बुधवार से खनन शुरू करा दिया। गुरुवार दोपहर करीब एक बजे खनन कार्य के दौरान महेसरा व दोबड़ा के ग्रामीणों ने लाठी-भाटा से बनास नदी में खड़े करीब तीन दर्जन ट्रकों के शीशे तोड़ दिए। ग्रामीणों को रोकने पर उन्होंने पुलिस पर भी पथराव कर दिया। इसमें एसआई सहित तीन कांस्टेबल घायल हो गए।
स्थिति नियंत्रण में हाइकोर्ट के आदेश पर महेसरा में पुलिस प्रशासन की देख-रेख में बुधवार को खनन कार्य शुरू कराया था। अगले दिन ही महेसरा व दोबड़ा के 250-300 महिला-पुरुषों ने पुलिस पर पथराव कर ट्रकों के शीशे तोड़ दिए। उन्हें वहां से खदेड़ दिया है। आरोपितों को चिह्नित कर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
सत्येन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक सवाईमाधोपुर।