ठग ने कहा कि कार्ड नम्बर नहीं बता रही तो कोई बात नहीं। खुद प्रोसेस कर सकती है। कंपनी का ऐप है उसे अपने मोबाइल पर डाउनलोड करना। जैसे ऑप्शन आते जाएंगे वैसे करते जाना, कार्ड में पैसे वापस आ जाएंगे। युवती उसके झांसे में आ गई। प्ले स्टोर से ठग द्वारा बताए गए ऐप को डाउनलोड किया। इसके बाद उसके मोबाइल को ही हैक कर लिया। थोड़ी देर में ओटीपी आता गया और बैंक खाते से 5 बार में 2 लाख रुपए निकाल लिए।
जनवरी 2019 से अब तक जिले के विभिन्न थानों से पुलिस ने 127 साइबर अपराध पंजीबद्ध किया है। साइबर एक्सपर्ट सिर्फ मामले में जांच कर रहे हैं। अब तक पीडि़तों को मदद नहीं मिली है।
पहले ठग बैंक अधिकारी, लकी ड्रॉ, ओएलएक्स, बंद एलआइसी स्कीम को चालू करने का झांसा देते थे। अब ठगी का पैटर्न बदल दिया है। गूगल प्लेटफॉर्म (Google Cloud Platform) को जरिया बना लिया है। किसी भी कंपनी के कस्टमर केयर नम्बर को डालकर लोगों को झांसा दे रहे हैं।
हाल के दिनों में गूगल से कस्टमर केयर नंबर लेने वालों के साथ कई घटना हो चुकी है। ऐसे में अलर्ट रहने की जरूरत है। कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से ही कस्टमर केयर नंबर लेकर संपर्क करें। गोपनीय जानकारी कभी शेयर न करें।