विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण (डीएसडब्ल्यू) डॉ.प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि पूर्व में 21, 22, 23 अगस्त को तीन दिन लगातार शसकीय अवकाश होने के कारण तथा पिछले दिनों लगातार भारी वर्षा के कारण महाविद्यालयों में प्रवेश लेने में विद्यार्थियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था। विशेषकर ग्रामीण अंचलों के विद्यार्थी नदी-नालों में उफान के कारण महाविद्यालयों तक प्रवेश के लिए नहीं पहुंच पा रहे थे।
दूसरी बड़ी समस्या विद्यार्थियों को स्कूलों से अभी तक मूल अंकसूची, स्थानांतरण प्रमाण पत्र तथा माइग्रेशन सर्टिफिकेट प्राप्त ना हो पाना भी था। इसी संदर्भ में महाविद्यालयों के प्राचार्यो तथा विद्यार्थियों ने डीयू की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा से ऑनलाइन प्रवेश तिथि में वृद्धि का अनुरोध किया था। इस पर मानवीय दृष्टिकोण से सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए कुलपति ने छत्तीसगढ़ शासन, उच्च शिक्षा विभाग के नियमानुसार प्रत्येक शासकीय एवं निजी महाविद्यालयों में कुलपति की अनुमति से 15 सितंबर तक स्नातक तक प्रथम वर्ष में ऑनलाइन प्रवेश देने की इजाजत दे दी।
कुलसचिव डॉ. सीएल देवांगन ने बताया कि इस संबंध में मंगलवार को विवि परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले समस्त महावद्यिालयों के प्राचार्यों की ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई थी। इसमें 15 सितंबर तक प्रवेश देने के निर्देश दिए। उन्होंने बीएड महाविद्यालयों के प्राचार्यों से कहा कि विवि द्वारा स्नातक तक तृतीय वर्षों परीक्षा परिणामों की घोषणा के बाद ही बीएड कक्षाओं में छत्तीसगढ़ शासन के नियमानुसार प्रवेश किया जाए।