मतलब, छात्रा दोनों में पास है। ऐसे ही 150 अंक के प्रश्नपत्र अकाउंटिंग में 57, बिजनेस मैनेजमेंट में 64 और अप्लाइड इकोनॉमिक्स में 91 अंक दिए गए। इस तरह विवि के रिजल्ट यानी टेबुलेशन चार्ट में सबकुछ ठीक है, लेकिन नजर नीचे दौडऩे पर 306 अंक मिलने के बाद भी छात्रा को फेल बताया गया। उक्त छात्रा इस बात से इतनी घबरा गई कि वह घर में अपना रिजल्ट बताने में भी हिचकिचाने लगी। बाद में उसे परीक्षा केंद्र के प्रोफेसरों ने भरोसा दिलाया कि विवि के सॉफ्टवेयर से यह गलती हुई है। (Bhilai news)
बीए से लेकर बीएससी और बीकॉम के रिजल्ट में गड़बड़ की सैकड़ों शिकायत दर्ज विवि में दर्ज हो रही है। उनकी दिक्कतों का तुरंत निपटारा करने के बजाए उन्हें एक विभाग से दूसरे में भटकना पड़ रहा। परीक्षा में शामिल हुए विद्यार्थी अनुपस्थित बता दिए गए हैं। परीक्षा केंद्र ने परीक्षा की तालिका विवि को सौंपी इसके बाद भी सभी विद्यार्थियों के रिजल्ट नहीं सुधारे जा सके।
हेमचंद विवि ने सोमवार को बीकॉम प्रथम वर्ष परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। इस परीक्षा में 7805 विद्यार्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 3671 उत्तीर्ण हुए। 2801 अनुत्तीर्ण हुए हैं। 1145 परीक्षार्थी पूरक हैं। नकल के 21 प्रकरण और 167 का रिजल्ट अन्य कारणों से रोकने के बाद परीक्षा परिणाम 47.03 फीसदी रहा है। कुलसचिव हेमचंद विवि डॉ. सीएम देवांगन ने बताया कि यह गलती सॉफ्टवेयर की वजह से हुई होगी। मुझे जानकारी लेना पड़ेगा। एजेंसी को बार-बार कहा गया है कि रिजल्ट को जारी करने से पहले इसकी जांच कर लें। इसे सुधार देंगे। (Bhilai news)