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भिलाई

बिजली का पोल टूटा बीएसपी BSP माइंस में ठेका मजदूर की मौत

जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग.

भिलाईMay 22, 2020 / 10:10 pm

Abdul Salam

बिजली का पोल टूटा बीएसपी BSP माइंस में ठेका मजदूर की मौत

बिजली का पोल टूटा बीएसपी BSP माइंस में ठेका मजदूर की मौत

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के दल्ली मेकानाइज माइंस में शुक्रवार की सुबह करीब 7.30 बजे पुराने पोल से इंसुलेटर व क्रास एंगल को खोलने का काम किया जा रहा था। इसी दौरान लोहे का बिजली पोल जमीन से करीब दो फीट ऊपर से टूटकर गिर गया। जिससे ऊपर काम कर रहा मजदूर अतिराम 35 साल भी पोल के साथ नीचे गिरा। इस हादसे में मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। यूनियन नेता बता रहे हैं कि मजदूर का पीठ फट गया, जिससे वह गिरते ही दम तोड़ दिया। इसके बाद भी मौत की असल वजह पीएम रिपोर्ट आने के बाद साफ हो जाएगी।

टूटने के बाद नजर आ रहा पोल नया
ठेका श्रमिक जिस पोल पर चढ़ा हुआ था, वह करीब 20 फीट ऊंचा पोल था। पोल जमीन से करीब दो फीट ऊपर से टूट कर गिरा। पोल का टूटा हुआ हिस्सा देखने से बिल्किुल नया नजर आ रहा है। इसे कुछ दिनों पहले रंग-रोगन भी किया गया है। बीएसपी में बने इस पोल को करीब दस साल पहले एक टिप्पर ने ठोकर मार दिया था। जिसकी वजह से वह टेढ़ा हो गया था। प्रबंधन ने नया बिजली खंबा लगाने का ठेका दिया। तब इसके करीब में नया पोल लगाया गया और उसमें तार शिफ्ट कर दिया गया। अब इसमें लगे इंसुलेटर ौर क्रास एंगल को ठेकेदार मजदूर से निकलवा रहा था। तह यह हादसा हुआ। बिजली के पोल टूट जाने की घटना ने कई तरह के सवाल खड़ा किए हैं। बताया जा रहा है कि हाइड्रोजन का लेयर रेल के भीतर रहने से उसे रिजेक्ट कर देते हैं। इस तरह से उन पोल का इस्तेमाल बिजली खंबे में किया जाता है।

ठेकेदार ने दिया अंतिम संस्कार के लिए 20 हजार
पीडि़त परिवार को ठेकेदार मुंदर इलेक्ट्रीकल ने मृतक का अंतिम संस्कार करने 20 हजार रुपए दिया है। इसके अलावा मुआवजा देना होगा। माइंस में मजदूर के उम्र के आधार पर मुआवजा दिया जाता है। यह रकम 10 से 12 लाख रुपए तक होती है।

जिम्मेदार कौन
हादसे के बाद सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है। सेफ्टी को लेकर लगातार अधिकारियों की क्लॉस लगने के बाद भी अनसेफ काम किस तरह से किया जा रहा है। इस काम को डीजीएम आरके सिन्हा और विभाग के एजीएम पीके मंडल की देखरेख में किया जा रहा है। अब जांच के बाद साफ होगा कि हादसे में कहां लापरवाही बरती गई। इसके लिए जवाबदार कौन कितना रहा है।

शव को रोककर किया हंगामा, तब दिया अनुकंपा नियुक्ति का पत्र
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर विभिन्न यूनियनों के पदाधिकारी पहुंच गए। मृतक के शरीर में चोट के निशान को देखा गया। मौके पर मौजूद सीटू, जनमुक्ति मोर्चा व बीएमएस के पदाधिकारियों ने प्रबंधन से मांग किया कि मृतक के परिवार को कंपनी नियमानुसार तत्काल अनुकंपा नियुक्ति संबंधित पत्र दिया जाए। प्रबंधन ने एक लिखित पत्र दिया, जिसमें लिखा गया था कि मामले की जांच कर मृतक के आश्रित को भिलाई इस्पात संयंत्र में नौकरी दी जाएगी। जांच की बात लिखने पर सीटू, जेएमएम व बीएमएस के पदाधिकारी भड़क उठे। उनका कहना था कि दुर्घटना में मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति का नियम साफ है। बावजूद इसके प्रबंधन जांच के बाद नौकरी देने की शर्त क्यों लगा रहा है। नाराज यूनियन पदाधिकारियों ने प्रबंधन का पत्र स्वीकार करने से मना कर दिया। इसके बाद कहा कि जब तक प्रबंधन साफ रूप से अनुकंपा नियुक्ति के संबंध में लिखित पत्र नहीं देती। तब तक मृतक का शव अस्पताल से नहीं ले जाया जाएगा। काफी गहमागहमी के बाद प्रबंधन ने स्पष्ट रूप से पत्र में लिखा कि भिलाई इस्पात संयंत्र के अनुकंपा नियुक्ति नियम अनुसार मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। इसके बाद ही मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जाने दिया गया ।

यह थे मौजूद
इस मौके पर सीटू कार्यकारी अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र सिंह ने कहा कि यह दुर्घटना प्रबंधन की सुरक्षात्मक लापरवाही का नतीजा है ऐसी ही दुर्घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। लेकिन जांच के नाम पर मात्र लीपापोती कर दी जाती है और किसी भी अधिकारी पर आज तक कोई भी जिम्मेदारी तय नहीं की गई। जिसके कारण खदान के अधिकारी, ठेका श्रमिकों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते आ रहे हैं। खदानों में बनाई गई सुरक्षा समितियां मात्र कागजी है और यह सुरक्षा समितियां सक्रिय रूप से अपना काम नहीं कर रही है। जिसके कारण प्रबंधन को ऐसी लापरवाही करने की छूट मिली हुई है।

जिम्मेदार पर हो कार्रवाई
सीटू के राजहरा माइंस क्षेत्र के अध्यक्ष प्रकाश सिंह क्षत्रिय ने बताया कि हादसे के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। एक गलती से मजदूर की मौत हो जाती है। उसका परिवार जीवनभर इस दंश को झेलता रहेगा।
ठेका श्रमिक की हुई है मौत
एटक, दल्ली राजहरा माइंस के अध्यक्ष कमल जीतसिंह मान ने बताया कि एक मजदूर की मौत बिजली पोल गिरने से हुई है। प्रबंधन ने पीडि़त परिवार को अनुकंपा नियुक्ति का पत्र दिया है। जांच में हादसे की वजह साफ हो जाएगी।
पोल टूटने के कारणों की जांच की जा रही
भिलाई इस्पात संयंत्र के जनसंपर्क विभाग ने बताया कि मृतक ठेका श्रमिक अति राम ( 35 साल), अमरुकासा का निवासी है। ठेकेदार मुंदर इलेक्ट्रीकल है, यह वार्षिक मेंटेनेंस का काम करवा रहा है। मृतक का पुत्र 19 और पुत्री 17 साल की है। ठेकेदार ने मृतक के परिवार को 20,000 रुपए मदद के तौर पर दिया हैं। बीएसपी ने मृतक के आश्रित को नौकरी देने का ऑफर दिया हैं। पोल टूटने के कारणों की जांच की जा रही है।

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