संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप-2 के कन्वर्टर फर्नेस क्रमांक-1 में यह हादसा हुआ। लॉन्सिंग के बाद कन्वर्टर में शेष रह जाने वाले मटेरियल को टिल्टिंग (घुमाकर खाली करने ) करके खाली किया जाता है। आशंका जताई जा रही है कि टिल्टिंग के दौरान ही मेटल पानी के संपर्क में आ गया होगा और रासायनिक क्रिया की वजह से फिर यह विस्फोट हुआ होगा। आमतौर पर ऐसा होता ही रहता है, लेकिन मंगलवार का विस्फोट ज्यादा भयानक था। धमाका इतना तेज था कि टाउनशिप के सेक्टर-4 व 5 तक इसकी न केवल आवाज आई बल्कि लोगों ने कंपन को भी महससू किया। सेक्टर-4 के कुछ बीएसपी कर्मियों ने बताया कि उनके घर के दरवाजे और खिड़की हिलने लगे थे। सेक्टर-5 के एक बीएसपी कर्मी ने बताया कि उनके घर में दीवार पर टंगे फ्रेम गिर गिर गए।
शॉप के प्रत्यक्षदर्शी कर्मियों के मुताबिक धमाका बहुत ही तेज था। कुछ मिनट के लिए कर्मी भी हतप्रभ रह गए थे। सभी जहां के तहां सुन्न की स्थिति में ही रह गए थे। धूल व धुएं के गुबार के कारण अनहोनी का डर भी सता रहा था, लेकिन भगवान का शुक्र है कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। पूरा शॉप ऑटोमेशन होने के कारण आसपास कोई कर्मी नहीं था। बड़ी बात यह भी थी कि 5.35 बजे शिफ्ट एंड का समय था। काम लगभग खत्म हो चुका था। कर्मियों की संख्या भी उस समय फ्लोर पर कम थी। केवल कुछ कंट्रोल केबिन के ग्लास टूटे हैं।
आवाज इतनी भयानक अधिक की प्लेट मिल, सीसीएस, ब्लास्ट फर्नेस हिल गए। सेक्टर 1, 2, 3, 4 व 5 तक लोगों ने इसकी धमक को महसूस किया। हादसे की खबर मिलते ही केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवान तत्काल मौके पर पहुंच गए। किसी तरह की अफसरा-तफरी या अफवाह से स्थिति न बिगड़े इसलिए जवानों ने मोर्चा संभाला। संयंत्र भवन के पास प्रात: पाली के कर्मचारियों व अधिकारियों को कनवर्टर की ओर जाने से रोका गया। पूरी पड़ताल के बाद जाने दिया गया। एसके दरीपा, उप महाप्रबंधक जनसंपर्क विभाग बीएसपी ने बतााय कि
संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप-2 के कन्वर्टर फर्नेस में विस्फोट हुआ है। कई बार ऐसा हो जाता है। कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई है। कोई हताहत भी नहीं हुआ है। हादसे की असल वजह व अन्य जानकारियां जुटा रहे हैं। विस्त़ृत जानकारी बाद में ही दे पाएंगे।