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आप रहे सावधान: रकम दोगुना का दिया झांसा, पालिसी मेच्योर हुई तो चिटफंड के डायरेक्टर हो गए रफूचक्कर

locationभिलाईPublished: Feb 19, 2019 10:11:10 pm

भोले-भाले ग्रामीणों को पांच साल में रकम दोगुना व ज्यादा ब्याज मिलने का झांसा देकर एक करोड़ 80 लाख रुपए की ठगी करने वाले चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर व मैनेजर के खिलाफ सुपेला पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

Bhilai crime

आप रहे सावधान: रकम दोगुना का दिया झांसा, पालिसी मेच्योर हुई तो चिटफंड के डायरेक्टर हो गए रफूचक्कर

भिलाई@Patrika. भोले-भाले ग्रामीणों को पांच साल में रकम दोगुना व ज्यादा ब्याज मिलने का झांसा देकर एक करोड़ 80 लाख रुपए की ठगी करने वाले चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर व मैनेजर के खिलाफ सुपेला पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पॉलिसी की पांच वर्ष की परिपक्वता अवधि पूरी होने के बाद भी कंपनी ने निवेशकों की न तो मेच्योर पॉलिसी की रकम दी और न ही मूलधन लौटाया। इधर कंपनी बंद कर फरार हो गए तब पीडि़तों ने पुलिस में शिकायत की।
30 निवेशकों ने एवीएम रियल एस्टेट एंड एलाइड लिमिटेड के चेयरमैन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई

सुपेला पुलिस ने बताया कि ग्राम भेड़सर निवासी दिनेश देशमुख समेत 30 निवेशकों ने नेहरु नगर (ईस्ट) हंस चौक सेकंड फ्लोर फ्लैट ३०३ स्थित चिटफंड कंपनी एवीएम रियल एस्टेट एंड एलाइड लिमिटेड के चेयरमैन राजेश्वर प्रसाद द्विवेदी और मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल साहू के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। @Patrika ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें एफ डी, एमआइएस और आरडी कराने पर पांच साल में दोगुनी रकम लौटाने का झांसा दिया। जब पॉलिसी मेच्योर हो गई तब निवेशकों को पैसे के लिए घुमाने लगे। इस तरह सात वर्ष बीत गए, लेकिन उनकी राशि नहीं लौटाई।
खेत बेचकर जमा की थी रकम
कंपनी के झांसे में आकर करीब ३० लोगों ने अलग-अलग पॉलिसी ली थी। मंथली प्लान में १०० से लेकर एक हजार रुपए प्रति माह पांच वर्ष तक जमा किया। @Patrika इसी तरह एमआइएस प्लान में एक लाख रुपए जमा करने पर छह साल तक प्रति माह एक हजार रुपए मासिक ब्याज मिलना बताया था। फिक्स प्लान में पांच साल में रकम दोगुना करने का झांसा दिया था। जैसे ही पॉलिसी की मेच्योर हुई, १ करोड ८० लाख रुपए गबन कर कंपनी बंद कर दी।
बॉन्ड और रसीद भी ले लिए
वर्ष २०१७ में कंपनी के चेयरमैन राजेश्वर ने निवेशकों से बॉन्ड पेपर और रसीद को जमा करा लिया। एवज में पावती दी कि ९ माह में निवेश की पूरी रकम वापस मिल जाएगी। @Patrika नौ माह के बाद भी निवेशकों को इधर-उधर घुमाने लगे। वर्ष २०१८ में कंपनी बंद कर फरार हो गए।
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एक साल बाद एफआइआर दर्ज की पुलिस
पीडि़तों का आरोप है कि शिकायत के बाद सुपेला थाना पुलिस कंपनी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने से कतरा रही थी। तब पीडि़त निवेशकों व एजेंटों ने मुख्यमंत्री व गृहमंत्री से मिलकर गुहार लगाई। @Patrika एसपी प्रखर पांडेय ने टीआई को तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने कहा तब जाकर अब एक साल के बाद अब एफआइआर दर्ज हुई है।
ये हुए कंपनी के ठगी के शिकार
ग्राम गनियारी पुष्पा देशमुख, बुधू राम देशमुख, राधेश्याम देशमुख, ग्राम अंजोरा शेखर देशमुख, कामनी देशमुख, मदन लाल देशमुख, ग्राम आलबरस राम खिलावन देशमुख, कलिन बाई देशमुख, लोकेश देशमुख, ग्राम समोदा कुंती बाई देशमुख, ग्राम भेडसर दिनेश देशमुख, चितरेखा देशमुख, ग्राम समोदा सतीष देशमुख और ग्राम तिरगा ढाल सिंह देशमुख समेत ३० लोगों ने संयुक्त रूप से कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
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मामले में एफआइआर दर्ज कर जांच

धर्मानंद शुक्ल, टीआई सुपेला ने बताया कि एवीएम कंपनी के खिलाफ पहले से मामला हाइकोर्ट में है। कंपनी के संचालकों ने जमीन बेचकर कुछ निवेशकों के पैसे लौटाए हैं। @Patrika अब एजेंटों ने उसी कंपनी के खिलाफ शिकायत की। पड़ताल के बाद मामले में एफआइआर दर्ज कर जांच की जा रही है।
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