पूर्व सीईओ के बंगलों पर सुरक्षा की दोहरी व्यवस्था है। पहले गेट पर सुरक्षा गार्ड को तैनात किए हैं. वहीं दूसरे गेट पर सीआईएसएफ के जवान का पहरा है। पूर्व सीईओ जिससे मिलना चाहते हैं, उनको भीतर आने के लिए जवान से मैसेज भेज देते हैं। वहीं शेष को पहले गेट के भीतर भी जाने की इजाजत नहीं है। पिछले 12 दिनों में बीएसपी के वर्तमान व पूर्व कई अफसर मिलने उनके दरवाजे तक जा चुके है, लेकिन मिलने की इजाजत नहीं मिलने से उनको लौटना पड़ा है।
निलंबन की कार्रवाई के बाद पूर्व सीईओ से प्रबंधन ने वाहन, निजी सुरक्षा गार्ड वापस ले लिया है। नए सीईओ एके रथ वर्तमान में भिलाई निवास में ठहरे हुए हैं। जिस अपार्टमेंट में वे ठहरे हैं, उसके बाहर सुरक्षा का इंतजाम किया गया है। वे भी किसी से मुलाकात नहीं कर रहे हैं। सुरक्षा पर कार्मिकों से चर्चा करने के बाद ही घटनाओं पर कमी आएगी, इस दिशा में पहल जरूर हुई है, पर ठोस नहीं।
बीएसपी के जीएम सेफ्टी, टी पाण्डया राजा व डीजीएम नवीन कुमार निलंबित होने के बाद निजी वाहन से नगर सेवाएं विभाग में पहुंचकर हस्ताक्षर कर रहे हैं। यहां उनके लिए रजिस्टर रखा गया है। प्रबंधन से मिले वाहन को वापस ले लिया गया है। निलंबन रहने के दौरान हस्ताक्षर करने पर उनको 50 से 75 फीसदी तक वेतन मिलेगा। बीएसपी के पूर्व सीईओ उच्च कैटेगिरी में आते हैं, इस वजह से वे इस्पात भवन, मेडिकल, आईआर किसी भी दफ्तर में हाजिरी लगा सकते हैं।
निलंबित अधिकारियों को निलंबन के दौरान शहर नहीं छोडऩा है। इसके लिए उनको विशेष अनुमति लेनी होगी। वर्तमान में मामले की जांच जारी है, इस वजह से भिलाई छोडऩे की अनुमति नहीं है।