अप्रेंटिसशिप के लिए आवेदन करने के बाद भी बेहतर अंक लाने वाले छात्रों के नाम के साथ रिजेक्ट लिखा है। सैकड़ों की तादात में छात्रों ने आवेदन किया था। अब वे अप्रेंटिसशिप के लिए भी आंदोलन करने पर विचार कर रहे हैं। बेरोजगारी का यह आलम है कि जिनके हाथ में हुनर हैं, उनको भी आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है।
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) भिलाई स्टील प्लांट ने अपनी सरकारी वेबसाइट पर भर्ती अधिसूचना जारी की थी, जिसमें 425 ट्रेड और वोकेशनल अपरेंटिस पदों के लिए भर्ती शामिल थी। सभी योग्य और इच्छुक उम्मीदवारों को ऑनलाइन फार्म के माध्यम से 9 जनवरी से 7 फरवरी 2018 के माध्यम से आवेदन करना था। शासकीय आईटीआई, भिलाई के करीब १५०० छात्रों ने इन पदों के लिए आवेदन करने सरकारी वेबसाइट खोला और उसमें दिसंबर २०१७ में ही आवेदन कर दिया। आवेदन सफलतापूर्वक कम्प्यूटर ने स्वीकार कर लिया।इसके बाद वे ९ जनवरी के बाद पुन:आवेदन करने की कोशिश की, तो उसमें मैसेज आया कि आवेदक पहले से है। एचआरडी के सामने लिस्ट में नाम भी चस्पा किया गया, लेकिन उनके नाम के आगे रिजेक्ट लिख दिए।
आईटीआई में ७९.३७ फीसदी अंक लाने वाले प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रबंधन ने ४० फीसदी वाले छात्रों का चयन कर लिया और ७९ फीसदी वाले भटक रहे हैं। निजी आईटीआई वालों का चयन कर सरकारी आईटीआई वालों को समय से पहले आवेदन करने की बात कहते हुए बाहर किया जा रहा है, यह सही नहीं है।
कलक्टर ने एक बार रोक दी थी प्रक्रिया
छात्र सौरभ ने बताया कि इस विषय को लेकर कलक्टर से मिले थे, तब उन्होंने एक बार इस प्रक्रिया को रोक लगा दी थी। इसके बाद पुन: प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस मामले में पुन:जाकर मिले, तो उन्होंने कहा कि केंद्र के अधीन यह उपक्रम है। प्रबंधन से इस विषय में चर्चा करेंगे।