समाज ने पदाधिकारियों ने पार्षद पति के इस कृत्य का विरोध करते हुए वार्ड में पैदल भ्रमण कर विरोध जताया था। इस पर पार्षद पति ने महिलाओं के साथ गाली-गलौज कर थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। पार्षद पति की शिकायत पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सामाजिक पदाधिकारियों एवं महिलाओं के खिलाफ जुर्म दर्ज कर दिया। जिसका समाज के पदाधिकारियों ने विरोध किया। पुलिस प्रशासन ने समाज की शिकायत पर न तो ध्यान दिया न ही कोई कार्रवाई की। कार्रवाई के अभाव में समाज के पदाधिकारियों द्वारा आमरण अनशन किया जा रहा है। समाज के लोगों ने प्रशासन को दिए गए ज्ञापन में कहा है कि समाज के पुरुष और महिला पदाधिकारियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच और पार्षद पति के खिलाफ अपराध कायम करने की मांग की है।
ज्ञापन में यह भी बताया गया है कि छावनी पुलिस द्वारा आए दिन रात में महिलाओं को धमकी दी जा रही है। जिस पर तत्काल रोक लगाई जाए। क्वॉर्टर-16 के बाजू, वार्ड 21 बैकुंठ नगर कैंप-दो में आमरण अनशन पर बैठे सनी देवांगन का स्वास्थ्य विभाग की ओर से तीसरे दिन मेडिकल चेक-अप किया गया। उनके आमरण अनशन को प्रदेश देवांगन समाज के उपाध्यक्ष पोषण लाल देवांगन ने समर्थन दिया है। उनके साथ समाजसेवी कुंज लाल देवांगन भी मौजूद थे। आमरण अनशन में तीसरे दिन पांच महिला पदाधिकारी भी एक दिवसीय भूख हड़ताल पर थीं। इनमें सुखवा बाई, गायत्री देवांगन (महिला देवांगन समाज भिलाई की पूर्व अध्यक्ष), राजकुमारी देवांगन, संगीता देवांगन, खिलेश्वरी देवांगन शामिल थीं।