scriptस्मृति शेष : पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का भिलाई से रहा गहरा नाता | Former Finance Minister Arun Jaitley has deep connection with Bhilai | Patrika News
भिलाई

स्मृति शेष : पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का भिलाई से रहा गहरा नाता

यह क्षण मेरे लिए बेहद कष्टदायक है। त्वरित निर्णय लेने की क्षमता रखने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता, ओजस्वी प्रवक्ता और एक अच्छा मित्र छोड़कर चला गया। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली सिर्फ एक नेता ही नहीं अपितु दूरगामी सोच रखने वाले कुशल सलाहकार थे।

भिलाईAug 25, 2019 / 12:12 am

Satya Narayan Shukla

स्मृति शेष : वन नेशन वन टैक्स पर जेटली ने छत्तीसगढ़ के व्यापारियों की शंका का किया था समाधान

स्मृति शेष : वन नेशन वन टैक्स पर जेटली ने छत्तीसगढ़ के व्यापारियों की शंका का किया था समाधान

भिलाई@Patrika. यह क्षण मेरे लिए बेहद कष्टदायक है। त्वरित निर्णय लेने की क्षमता रखने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता, ओजस्वी प्रवक्ता और एक अच्छा मित्र छोड़कर चला गया। (Ex Finance minister Arun jaitly) पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली सिर्फ एक नेता ही नहीं अपितु दूरगामी सोच रखने वाले कुशल सलाहकार थे। पार्टी में ऐसा कभी नहीं हुआ होगा जब कोई भी कार्यकर्ता उनसे मिलने गया हो और उन्होंने उनकी समस्या का समाधान नहीं किया होगा। (Bhilai patrika) भिलाई में सर्वोच्च तकनीकी शिक्षण संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी (आइआइटी) खुलना पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के त्वरित निर्णय लेने की क्षमता का सबसे बड़ा उदाहरण है।
भिलाई में आइआइटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान खुल पाया
उनके त्वरित निर्णय लेने की क्षमता की वजह से भिलाई में आइआइटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान खुल पाया। वे त्वरित पहल नहीं करते तो प्रदेश और भिलाई को आइआइटी जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान नहीं मिलता। मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट की ओर से भिलाई में आइआइटी खोलने से इनकार कर दिया गया था और प्रस्ताव को खारिज भी कर दिया था। तब (Former CM Raman singh)पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने जेटली से स्वीकृति दिलाने की मांग की। उन्होंने बिना देरी किए स्वीकृति दिलवाई। इस बात का खुलासा बीआईटी दुर्ग की सभागार में हुई राज्य की आर्थिकी और सुधार, भविष्य की राह विषय पर कार्यशाला में स्वयं डॉ सिंह ने किया था। मंच पर खुलासा करने के बाद जेटली अपनी कुर्सी छोड़कर दोबारा डेस्क के पास गए। डॉ सिंह का आभार भी जताया था।
मौसी राजकुमारी शर्मा से मिलने कई बार आए
संगठन में वे हमारे वरिष्ठ रहे। पिछले दो दशक से उनके साथ मेरा सतत संपर्क बना रहा। जेटली जब भी भिलाई आए। मुझे एक मित्र की तरह मिलने के लिए बुलवाया। भिलाई से उनका राजनीति के अलावा परिवारिक संबंध रहा है। नेहरू नगर पश्चिम में उनकी मौसी राजकुमारी शर्मा रहती थी। वह उनसे मिलने भिलाई आते थे। 2008 के विधानसभा चुनाव और 2009 के लोकसभा चुनाव में प्रचार करने भिलाई आए। ओजस्वी भाषण से पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनवाया। प्रत्याशी को जीत मिली।
स्मृति शेष : वन नेशन वन टैक्स पर जेटली ने छत्तीसगढ़ के व्यापारियों की शंका का किया था समाधान
आखिरी बार अपनी पत्नी संगीता के साथ आए थे भिलाई

वन नेशन वन टैक्स को लेकर विरोध शुरू हुआ तब वह देश के कई राज्यों में जाकर लोगों को व्याख्यान या कार्यक्रम के माध्यम से लोगों की समस्याओं का समाधान का निर्णय लिया था। जीएसटी को लेकर व्यापारी और उद्योगपतियो में उपजे आंशका को दूर करने के लिए उन्होंने रायपुर के बजाय भिलाई को चुना। चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज ऐसोसिएशन के कार्यक्रम में 14 अगस्त 2016 को सपत्निक भिलाई आए। मौसी का इंतकाल होने के बाद मौसेरे भाई बीसी शर्मा से मिलने अपनी पत्नी संगीता जेटली के साथ नेहरू नगर पश्चिम गए। मुख्य वक्ता के रूप में भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी सेंटर में व्यापारियों और उद्योगपतियों की शंकाओं का समाधान किया था।
कोलकाता चले गया शर्मा परिवार

उनके मौसेरे भाई बीसी शर्मा और उनकी पत्नी दोनों बीएसपी में इंजीनियर हैं। उनका कोलकाता ट्रांसफर हो गया है। शर्मा परिवार के साथ 2-3 माह के अंतराल में भिलाई आते हैं।
(जैसा कि वैशाली नगर विधायक विद्यारतन भसीन ने पत्रिका को बताया )

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