कंटीन्यूअस कॉस्टिंग प्रोसेस (सीसीपी) कर्मियों ने यूनियन नेताओं को बताया कि उन्हें नाइट शिफ्ट में बुलाया जाता है, लेकिन अटेंडेंस जनरल शिफ्ट में भेजा जाता है। इससे नाइट शिफ्ट एलाउंस का नुकसान तो हो ही रहा है, दुर्घटना होने की स्थिति में प्रबंधन जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेगा।
एसएमएस-3 में कर्मचारी 8 से 10 घंटे काम करते हैं। उन्होंने कहा कि यहां ऐसा लग रहा है कि प्रबंधन ने बंधुआ मजदूर बना लिया है। इंटक के नेता राज कुमार ने कहा की 8 घंटे से अधिक कर्मियों को रोकेने पर प्रबंधन उनको ओवर टाइम दे या उसके बदले सी-ऑफ दिया जाए।
यहां कर्मियों को जीरो लेवल से 10 मीटर लेवल पर बार-बार आना-जाना पड़ता है। कर्मियों ने बताया कि यहां पर लगी लिफ्ट चालू हो गई है, लेकिन इसे महज वीआईपी लोगों के लिए रिजर्व करके रखा गया है। इससे मेंटनेंस के काम में लगे कर्मियों में नाराजगी है। कास्टिंग के कर्मियों ने बताया कि कास्टिंग के दौरान जो बिलेट नहीं कट पाता है, उसे मेनुअल काटा जाता है, इस दौरान बिलेट रोलर पर सरकते रहता है इसी स्थिति में एक व्यक्ति करीब 15 फिट लंबे पाइप वाले कटिंग टार्च से बिलेट को काटता है, उसे कोई सहयोगी उपलब्ध नहीं कराया जाता है। जिसके कारण से यहां दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
इंटक के महासचिव एसके बघेल ने कहा कि एसएमएस-3 के महाप्रबंधक से जल्द मिलकर अटेंडेंस सिस्टम जल्द दुरुस्त करने, सेफ्टी उपकरण उपलब्ध कराने चर्चा की जाएगी। उच्च प्रबंधन के समक्ष यहां सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को पुरजोर ढंग से उठाया जाएगा।
– कर्मियों ने बताया कि एसएमएस-3 में इतनी अव्यवस्था का आलम है कि कौन अधिकारी किस काम के लिए जिम्मेदार है, यही पता नहीं चलता है।
– अलग-अलग विभाग से आए कर्मियों का पेमेंट स्लीप अभी भी उनके पुराने विभाग में ही आता है।
– पर्सनल विभाग यहां से 4 किलोमीटर दूर एसएमएस-2 के पीछे की बिल्डिंग में स्थित है।
– यहां के जीएम बिल्डिंग नंबर-14 जो कि खुर्सीपार गेट के पास है वहां बैठते हैं।
– कर्मियों को निचले स्तर के अधिकारी ना तो सेफ्टी शू उपलब्ध करा पा रहे हैं ना ही अन्य सुरक्षा उपकरण दे रहे हैं।
– तीन शिफ्ट में ले रहे हैं कर्मचारियों से काम, लेकिन एक भी कैंटीन नहीं है, जिसमें नाश्ते की व्यवस्था हो सके।
– शौचालय व पीने के पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं है।
इस मौके पर संतोष किचलू, राजेंद्र पिल्ले, चंद्रशेखर सिंह, वंश बहादुर सिंह, तूरिंदर सिंह, राज कुमार, संतोष देवांगन, तनु हरपाल, मदनलाल सिन्हा, सीपी वर्मा, एस रवि, एके चौबे, दीनानाथ सिंह, सार्वा गोविंदॉ राठौर, महेश कुमार, नाविक अत्तर सिंह चौहान मौजूद थे।