छुट्टी लेकर पहुंचे भारत
पेशे से इंजीनियर संतोष फिलहाल प्रचार के लिए छुट्टी लेकर आए हैं। संतोष का कहना है, व न तो कभी भाजपा का कार्यकर्ता रहा और न ही सदस्यता ली। इस वजह से वह स्वतंत्र है कि सही को सही और गलत को गलत कह सके। उन्होंने बताया कि उन्होंने पहले छत्तीसगढ़ के 100 बुद्धजीवी को जोडकऱ उन्हें प्रेरित किया। इसके बाद ग्रुप बनाकर अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों से मिले। इसके बाद गांव-गांव जाकर प्रचार किया।भिलाई में है घर, मोदी से कभी नहीं मिले
संतोष ने बताया कि 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान भी वे 15 दिन की छुट्टी लेकर भारत आए थे। अपने घर भिलाई न जाकर सीधे बनारस चले गए। इस दौरान उनके पास एक बैग में कुछ कपड़े ही थे। उस समय प्रधानमंत्री मोदी के लोकसभा क्षेत्र में प्रचार किया। इसके बाद गाजीपुर, देवरिया, गोरखपुर समेत आस-पास के जिलों के गांवों में जाकर देश को आगे बढ़ाने और बदलाव लाने के लिए प्रेरित करता रहा। संतोष का कहना है कि मोदी से उसकी कभी मुलाकात नहीं हुई लेकिन वे देश को इसी तरह आगे ले जाते रहे।