मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रदेश के ऊपर कई सिस्टम का असर पड़ रहा है, जिससे लगातार बारिश की स्थिति बन रही है। उन्होंने बताया कि एक मानसून द्रोणिका बीकानेर, सीकर, ग्वालियर, सीधी, डेहरी, धनबाद, कोलकाता और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर से उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। वही दूसरी द्रोणिका दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक 1.5 से 2.1 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है।
द्रोणिका के असर से बुधवार को प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक एवं एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की भी संभावना है। इसके साथ ही भारत मौसम विज्ञान केन्द्र ने छत्तीसगढ़ के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया है। जिसमें 15 अगस्त तक कई जिलों में बारिश की संभावना है। बारिश के अलर्ट के बाद किसानों के चेहरे खिल गए हैं। लंबे समय से पानी नहीं गिरने की वजह से खेत सूखने लगे थे। फसल खराब होने की स्थिति में आ गई थी।