डॉ. दीप चटर्जी ने बताया कि रविवार सुबह चारूलता और उनके दोनों बेटे आए। उनके साथ तकरीबन 300 से ज्यादा लोग थे। जो गाली-गलौज करते रहे। घर के बाहर मजमा किया। इसके बाद बेटी के साथ हुज्जत की। मेरी बेटी को थप्पड़ भी जड़ दिया। मां और पत्नी के साथ दुव्र्यवहार किया। किसी ने पुलिस को तत्काल बुलाया। तब जाकर यहां से भीड़ हटी। अब जब मैं थाने में शिकायत लेकर आया हूं तो पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कर रही है।
यह पूरा विवाद फेसबुक में किए पोस्ट की वजह से हुआ हैं। भाजपा नेता व आरएसएस के लीडर डॉ. दीप चटर्जी ने फेसबुक पर एक पोस्ट करते हुए लिखा है कि “देखो अब तो समाजवादी बहू ने भी राम जी पर अपनी “निधि समर्पण” कर दी। अब तो हिन्दू इसे “चंदा” बोलना बंद करें। वैसे हमारे यहां भिलाई में एक ‘शाही दशहराÓ होता है। उस पैसे को आप चंदा कह सकते हैं। उस चंदे से चोरी भी होती है। और चंदा लेने/देने वाले अपनी निधि समर्पित नहीं करते ! वह भय या प्रलोभन से ‘चंदाÓ ही देते हैं। सात घंटे पहले एक और पोस्ट किया जिसमें भिलाई भाजपा संगठन पर सवाल उठाते हुए आंतरिक लोकतंत्र नदारत, चाटुकारिता चरम पर, जीतने की क्षमता नगण्य, चाल-चरित्र चेहरा शिथिल, साहस शून्य, भत्र्सना योग्य लिखा है।