राइजिंग लाइन से भरा पानी मंगल बाजार छावनी में निर्मित ३२ लाख लीटर क्षमता की टंकी को भरने में १५ दिन का समय लगा। लोड टेस्ट के लिए हर दिन राइजिंग लाइन से दो लाख लीटर पानी भरा गया। इस ३२ लाख लीटर क्षमता की टंकी को पूरी भरने में १५ दिन लग गए। एक सप्ताह तक टंकी में पानी भरा रहेगा। इससे लीकेज और ज्वाइंट को चेक किया जाएगा। वॉल्व से नई सर्विस पाइप लाइन में पानी सप्लाई कर धूल मिट्टी की सफाई की जाएगी।
पाइप लाइन बिछाने रेलवे की अनुमति का इंतजार एनओसी के लिए निगम के अधिकारी सालभर से रायुपर रेलवे मंडल के अधिकारी से लिखा पढ़ी कर रहे हैं। पुरैना में पाइप लाइन बिछाने की अनुमति की मांग कर रहे हैं। अब तक अनुमति नहीं मिली है। पिछले सप्ताह ही रेलवे के अधिकारी भिलाई आए थे। सिरसा गेट अंडरब्रिज से पुरैना तक रेलवे पोर्शन में पाइप लाइन के लिए प्रस्तावित जगह का सर्वे किया। निगम के अधिकारियों को रेलवे बोर्ड की स्वीकृति के बाद एनओसी जारी करने की बात कही है। अगर अनुमति मिल जाती है तो १५ दिन में पुरैना में पाइप लाइन का कार्य पूरा हो जाएगा। पुरैना की पानी टंकी को ६ एमएलडी फिल्टर प्लांट मोरिद से कनेक्ट कर दिया जाएगा। इससे पुरैना, डुंडेरा और जोरातराई की १२ लाख लीटर क्षमता टंकी भरेगी। रेलवे पोर्शन की वजह से पाइप लाइन का कार्य अधूरा पड़ा है।
एनएचए को लिखा पत्र नेहरू नगर गुरुद्वारा के सामने पाइप लाइन को ज्वाइंट करने की अनुमति के लिए निगम प्रशासन ने नेशनल हाइवे रायपुर डिवीजन के कार्यपालन अभियंता को पत्र लिखा है। एनएच के अधिकारियों ने खुदाई से होने वाले नुकसान की आकलन कर निगम को राशि जमा करने के निर्देश दिए हैं।
६ और टंकियों का निर्माण चल रहा
– छावनी, पुरैना, डुंडेरा और जोरातराई की पानी टंकी बनकर तैयार हो गई है। हाउसिंग बोर्ड में टॉप लेबल के स्लैब की ढलाई का काम चल रहा है। नेवई और गौतम नगर खुर्सीपार में टंकी के टॉप डोम का काम चल रहा है। दिसंबर तक कम्प्लीट हो जाएगा। रुआबांधा बाजार, मंगल बाजार कोहका और हाउसिंग बोर्ड में टॉप लेबल के स्लैब की ढलाई का काम चल रहा है। ३० दिन में तैयार हो जाएगा। राधिका नगर में टंकी का निर्माण स्वाइल टेस्टिंग रिपोर्ट की वजह से पिछड़ गया है। प्लींथ लेबल का काम हो चुका है। चार महीने में टंकी को कम्प्लीट करना है।
६६ एमएलडी फिल्टर प्लांट भी बनकर तैयार नेहरू नगर में प्रस्तावित ६६ एमएलडी फिल्टर प्लांट बनकर तैयार हो गया है। फिनिशिंग का काम चल रहा है। निविदा शर्त के अनुसार नागपुर की गोंडवाना प्रायवेट लिमिटेड कार्य पूर्ण कर देगी। शासन ने एजेंसी को १८ माह का समय दिया है। ६ माह तक प्लांट और टंकियों की टेस्टिंग करेगा। इसके बाद ही निगम प्रशासन को एजेंसी से टंकियों को हैंडओवर लेगा।
२३१.११ करोड़ का है प्रोजेक्ट जल आवर्धन द्वितीय फेज के तहत दिसंबर २०१९ तक हर घर तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अमृत मिशन के तहत निगम को कुल २४२७३.४९ करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को स्वीकृति मिली है। इसमें से पहले चरण में तीन कार्य टंकी का निर्माण, पाइप लाइन का विस्तार और दो स्थानों पर फिल्टर प्लांट निर्माण के लिए २३१.११ करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है। पाइपलाइन का विस्तार के अंतर्गत पुराने पाइपलाइन का मरम्मत, इंटर कनेक्टिंग किया जाना है।