स्वर्ण वर्ग को मिला है अधिक टिकट
उन्होंने कहा कि यही वजह है कि स्वर्ण वर्ग को अधिक टिकट दिया है। प्रदेश में जिस समाज की तादात जैसे है टिकट वितरण उस हिसाब से किया जाना था। इसके विपरीत जिसकी तादात बीस फीसदी है, उसको दो टिकट देना के स्थान पर चार गुना टिकट दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यही वजह है कि स्वर्ण वर्ग को अधिक टिकट दिया है। प्रदेश में जिस समाज की तादात जैसे है टिकट वितरण उस हिसाब से किया जाना था। इसके विपरीत जिसकी तादात बीस फीसदी है, उसको दो टिकट देना के स्थान पर चार गुना टिकट दिया जा रहा है।
मर्जी के खिलाफ दिया गया टिकट
पिता ने यह बयान उस समय दिया है, जब पीसीसी अध्यक्ष की मर्जी के खिलाफ दुर्ग ग्रामीण, वैशाली नगर जैसे विधानसभा क्षेत्र की टिकट का वितरण किया गया। वे इस बात से खफा हैं कि टिकट वितरण में सासाजिक आधार पर भागीदारी को ध्यान नहीं दिया गया।
पिता ने यह बयान उस समय दिया है, जब पीसीसी अध्यक्ष की मर्जी के खिलाफ दुर्ग ग्रामीण, वैशाली नगर जैसे विधानसभा क्षेत्र की टिकट का वितरण किया गया। वे इस बात से खफा हैं कि टिकट वितरण में सासाजिक आधार पर भागीदारी को ध्यान नहीं दिया गया।
घर के सामने तक पहुंच कर किए थे विरोध
टिकट कटने की सूचना मिलने के बाद पूर्व राज्यमंत्री के समर्थकों ने पीसीसी अध्यक्ष के घर के सामने पहुंचकर विरोध दर्ज करवाया था। वैशाली नगर से तब तक जिलाध्यक्ष, दुर्ग ग्रामीण तुलसी साहू का नाम आगे आने लगा था।
टिकट कटने की सूचना मिलने के बाद पूर्व राज्यमंत्री के समर्थकों ने पीसीसी अध्यक्ष के घर के सामने पहुंचकर विरोध दर्ज करवाया था। वैशाली नगर से तब तक जिलाध्यक्ष, दुर्ग ग्रामीण तुलसी साहू का नाम आगे आने लगा था।
सांसद के घर पहुंचकर किया गया विरोध
पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर के समर्थकों ने भी सांसद, दुर्ग ताम्रध्वज साहू के निवास में जाकर विरोध दर्ज किया था। विरोध के बीच किसान नेता के इस बयान ने बयान देकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर के समर्थकों ने भी सांसद, दुर्ग ताम्रध्वज साहू के निवास में जाकर विरोध दर्ज किया था। विरोध के बीच किसान नेता के इस बयान ने बयान देकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
बयान का निकाला जा रहा अर्थ
पीसीसी अध्यक्ष के पिता ने जिस तरह से बयान दिया है, उसका कई तरह से अर्थ निकाला जा रहा है। स्क्रीनिंग कमेटी में बेटे के होने के बाद भी टिकट वितरण मुख्यमंत्री का हाथ होने की बात कहना, इस बात को साफ करता है कि कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। अध्यक्ष की इच्छा के विपरीत जाकर टिकट का बांटा गया है, जिसकी खींच पिता को भी है। पीसीसी अध्यक्ष के पिता इस तरह का बयान पहली बार नहीं दे रहे हैं, वे पहले भी विवादित बयान को लेकर चर्चा में रहे हैं। हालांकि भूपेश पिता के बयान से इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
पीसीसी अध्यक्ष के पिता ने जिस तरह से बयान दिया है, उसका कई तरह से अर्थ निकाला जा रहा है। स्क्रीनिंग कमेटी में बेटे के होने के बाद भी टिकट वितरण मुख्यमंत्री का हाथ होने की बात कहना, इस बात को साफ करता है कि कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। अध्यक्ष की इच्छा के विपरीत जाकर टिकट का बांटा गया है, जिसकी खींच पिता को भी है। पीसीसी अध्यक्ष के पिता इस तरह का बयान पहली बार नहीं दे रहे हैं, वे पहले भी विवादित बयान को लेकर चर्चा में रहे हैं। हालांकि भूपेश पिता के बयान से इत्तेफाक नहीं रखते हैं।