Read more: #Patrika पैरेंटिंग टुडे ने रचा इतिहास, पहली बार एक मंच पर दो IAS और दो IPS अधिकारी, बोर्ड टॉपर्स स्टूडेंट्स से हुए मुखातिब…. हवलदार का बेटा भी आइपीएस बन सकता है
डीआइजी रतन लाल डांगी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए बच्चों से कहा कि एसआइ और हवलदार के बच्चे भी आइपीएस बन सकते है। अच्छी सुख सुविधा में रहने वाले अधिकारियों के बच्चों ही आइपीएस बन सकते हैं ऐसा विचार मन में कतई न आने देना। इमानदारी से तैयारी करें। इस मंच पर जो बैठे हुए हैं सभी मध्यम परिवार के लोग हैं। अपनी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचे हैं। बच्चों के लिए यह एक बहुत अच्छा प्रयास है।
डीआइजी रतन लाल डांगी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए बच्चों से कहा कि एसआइ और हवलदार के बच्चे भी आइपीएस बन सकते है। अच्छी सुख सुविधा में रहने वाले अधिकारियों के बच्चों ही आइपीएस बन सकते हैं ऐसा विचार मन में कतई न आने देना। इमानदारी से तैयारी करें। इस मंच पर जो बैठे हुए हैं सभी मध्यम परिवार के लोग हैं। अपनी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचे हैं। बच्चों के लिए यह एक बहुत अच्छा प्रयास है।
(Patrika parenting today) अपनी किसी से तुलना न करें…
एसपी प्रखर पांडेय ने कहा कि ईश्वर हर बच्चों को यूनिक बनाता है और हर बच्चा बुद्धिमान होता है। मेहनत करने वालें को ही सफलता मिलती। किसी से ऐसा न कंपेयर करें कि वह 18 घंटे पढ़ता है। मैं तो कम समय ही पढ़ पाता हूं। छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर तैयारी करें। किसी प्रकार की बांधा आने पर विचलित न हो जाए। धर्य और साहस का परिचय देते हुए एक बार में सफल नहीं हुए तो उससे निराश नहीं होना है। कंटिनिवस में गोल बनाकर तैयारी करेंं। एक दिन जरूर सफलता हासिल हो जाएगी।
एसपी प्रखर पांडेय ने कहा कि ईश्वर हर बच्चों को यूनिक बनाता है और हर बच्चा बुद्धिमान होता है। मेहनत करने वालें को ही सफलता मिलती। किसी से ऐसा न कंपेयर करें कि वह 18 घंटे पढ़ता है। मैं तो कम समय ही पढ़ पाता हूं। छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर तैयारी करें। किसी प्रकार की बांधा आने पर विचलित न हो जाए। धर्य और साहस का परिचय देते हुए एक बार में सफल नहीं हुए तो उससे निराश नहीं होना है। कंटिनिवस में गोल बनाकर तैयारी करेंं। एक दिन जरूर सफलता हासिल हो जाएगी।
बच्चों का बढ़ाया आईजी ने हौसला
आइजी हिमांशु गुप्ता ने बच्चों का पहले तो हौसलाफजाई किया। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता। मेहनत से ही सफलता हासिल होती है। मगर खुद पर विश्वास होना जरूरी है। किसी भी सब्जेक्ट को उठाएं, उसे तल्लीन होकर पढ़े। मोबाइल, इंटरनेट का सही दिशा में इस्तेमाल करें। बच्चों से कहा कि जब मैं सेनानिवृत्त हो जाऊं तब इस मंच में से आप बच्चों में से किसी को यहां पाऊं। तभी इस कार्यक्रम को सफल मानूंगा। (IG Durg)
आइजी हिमांशु गुप्ता ने बच्चों का पहले तो हौसलाफजाई किया। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता। मेहनत से ही सफलता हासिल होती है। मगर खुद पर विश्वास होना जरूरी है। किसी भी सब्जेक्ट को उठाएं, उसे तल्लीन होकर पढ़े। मोबाइल, इंटरनेट का सही दिशा में इस्तेमाल करें। बच्चों से कहा कि जब मैं सेनानिवृत्त हो जाऊं तब इस मंच में से आप बच्चों में से किसी को यहां पाऊं। तभी इस कार्यक्रम को सफल मानूंगा। (IG Durg)
कर्मियों के वेलफेयर के लिए यह नया कदम
आइजी हिमांशु गुप्ता ने बताया कि पुलिस कर्मियों के वेलफेयर के लिए यह नया कदम है। इससे पुलिस कर्मियों के बच्चे अपनी इच्छानुसार किसी भी फिल्ड में कॅरिअर बनाने कोचिंग संस्थानों में 25त्न डिस्काउंट पर कोचिंग कर सकते है। कोचिंग संस्थानों फीस में न्यूनतम 25त्न कीछूट देने की सहमति दी है।
आइजी हिमांशु गुप्ता ने बताया कि पुलिस कर्मियों के वेलफेयर के लिए यह नया कदम है। इससे पुलिस कर्मियों के बच्चे अपनी इच्छानुसार किसी भी फिल्ड में कॅरिअर बनाने कोचिंग संस्थानों में 25त्न डिस्काउंट पर कोचिंग कर सकते है। कोचिंग संस्थानों फीस में न्यूनतम 25त्न कीछूट देने की सहमति दी है।
पुलिस परिवार को बच्चे अपने बीच अधिकारियों और प्रोफेसर्स को पाकर काफी गौरवान्वित हुए। इस कार्यक्रम में शामिल 9 वीं से 12 वीं के करीब 200 विद्यार्थियों ने भाग लेकर कार्यक्रम का लाभ लिया। बच्चों ने इस मौके पर अधिकारियों से सवाल किया। क्या सब्जेक्ट चुना जाए और क्या न चुना जाए। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए कैसे तैयारी किया जाए इसकी जानकारी प्राप्त की।
महत्वपूर्ण जानकारी दी
मुख्य वक्ताओं ने विभिन्न क्षेत्र में आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, प्रश्न हल करने के सुझाव, साक्षात्कार की कला और व्यक्तित्व विकास पर सुझाव और महत्वपूर्ण जानकारी दी। शहर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित कुमार झा ने कार्यक्रम का परिचय दिया। ग्रामीण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन लाल पटले ने सभी का आभार जताया।
मुख्य वक्ताओं ने विभिन्न क्षेत्र में आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, प्रश्न हल करने के सुझाव, साक्षात्कार की कला और व्यक्तित्व विकास पर सुझाव और महत्वपूर्ण जानकारी दी। शहर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित कुमार झा ने कार्यक्रम का परिचय दिया। ग्रामीण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन लाल पटले ने सभी का आभार जताया।