जानकारी के अनुसार कॉलोनी के जूही अपार्टमेंट ब्लॉक एक स्थित टॉप फ्लोर (छठवीं मंजिल) के ऊपर पानी टंकी बनाई गई है। यहां स्थित पानी टंकी में कई महीनों से लीकेज की शिकायत आ रही है। कॉलोनी के रहवासियों ने बताया कि इसकी शिकायत संबंधित इंचार्ज से लेकर इंजीनियर और ईई से लिखित में की जा चुकी है। इसके बाद हाउसिंग बोर्ड की ओर से पानी टंकी संधारण के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है।
रहवासियों ने बताया कि लिखित शिकायत के बाद गृह निर्माण मंडल के अधिकारियों को मौका मुआयना कराया था। मौके का निरीक्षण कर तत्काल संधारण काम प्रारंभ करने का आश्वासन देकर चल गए है। इसके बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया है। इससे यह अनुमान भी लगाया जा सकता है कि मंडल के अधिकारी शिकायतों को लेकर एवं अपने कर्तव्यों के प्रति कितने संजीदा है।
जूही अपार्टमेंट के ब्लॉक एक ही नहीं बल्कि सभी 10 ब्लॉकों में सीपेज की शिकायतें शुरूसे आ रही हैं। घरों के भीतर घटिया पाइप लगाने, जीआई पाइप के ज्वाइंट में कैप नहीं लगाने सहित पेयजल सप्लाई पाइप लाइन में भी घटिया क्वॅालिटी का वाल्ब लगाया गया है। वाल्ब की क्वॉलिटी का अनुमान इससे लगाया जा सकता है वाल्ब दो साल भी नहीं चल पाया है। अधिकतर वाल्ब टूट चुके हैं। कई परिवार सिर्फ सीपेज बंद नहीं होने के कारण शिफ्ट नहीं कर पा रहे हैं। अब रहवासियों का एक प्रतिनिधि मंडल इस शिकायत को लेकर हाउसिंग बोर्ड के कमिश्नर से मुलाकात करने वाले हैै। मुलाकात के बाद इन्हीं समस्याओं को लेकर उपभोक्ता फोरम में परिवाद दायर करने की चेतावनी दी है।
तालपुरी इंटरनेशनल कॉलोनी में नाम बड़े दर्शन छोटे वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। लोगों ने जिस उम्मीद और बेस्ट लोकेशन सहित गुणवत्तायुक्त मकान के सपने देखे थे। वह वहां शिफ्ट होने के बाद चकनाचूर हो गया। हकीकत में मकानों की गुणवत्ता और सुविधाएं गृह निर्माण मंडल के दावे के विपरीत है। यहीं कारण है कि कॉलोनी का निर्माण पूरा होने के बाद अपार्टमेंट के सभी मकान अब तक नहीं बिक पाए है। इसी तरह फ्लैट लेने के बाद सीपेज की समस्या और शिकायतों का निराकरण नहीं होने के कारण 50 फीसदी लोग भी रहने नहीं गए हैं। ऐसा क्यों हो रहा है यह शासन सहित मंडल के उच्च अधिकारियों के लिए सोचनीय विषय है। यही कारण है कि लोग आज भी गृह निर्माण मंडल के बदले निजी कॉलोनाइजर और निजी कॉलोनियों के मकानों पर ज्यादा भरोसा करते हैं।