दुर्ग-धमधा रोड पर ग्राम समोदा स्थित श्रीसंत हरदास राम राइस मिल में रविवार को मेंड्रायर और बायलर के बीच बेल्ट में पॉलीथिन फंस गई थी। इससे कंप्रेसर में पानी का प्रेशर और लोड बढऩे के कारण ड्रायर और आठ बायलर समेत पूरा स्ट्रक्चर भरभराकर ढह गया था। जिसके मलबे में तीन लोग दबे गए थे। तीनों का शव आज सुबह निकाला गया है। रविवार को हुए हादसे की कलेक्टर ने दंडाधिकारी जांच के आदेश दिए हैं। यह बात भी सामने आई है कि मिल 20 साल पुरानी है और प्रॉपर मेंटेनेंस नहीं हो रहा था।
इस हादसे में मिल मालिक के बेटे समेत तीन मजदूर दब गए थे। एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) की रेस्क्यू टीम 12 घंटे ( दोपहर 12 से रात 12 बजे तक) मशक्कत के बाद भी उन्हें निकाल नहीं पाई थी। शनिवार शाम आई आंधी तूफ ान से राइस मिल के बायलर व ड्रायर का एलाइनमेंट बिगड़ गया था। रविवार को मिल मालिक चेतनदास केशरवानी के बेटे रविदास केशरवानी मिल में काम करने वाले बिहार निवासी मिस्त्री श्याम कुमार और चार मजदूरों को लेकर मेंटेनेंस कर रहे थे। इसी दौरान बड़ा हादसा हो गया था।
जेवरा चौकी प्रभारी येनु देवांगन ने बताया कि पॉवर क्रेन बुलाया गया है। गैस कटर से स्ट्रक्चर को काटा गया। ड्रायर को निकाला गया। बायलर निकालने के बाद ड्रायर और बायलर के स्ट्रक्चर हटाए गए। एसडीआरएफ के जवानों को धान के ढेर में दो मजदूर और मिल मालिक के बेटे का शव मिला है। फिलहाल पुलिस इस मामले में मर्ग कायम कर जांच कर रही है।