सेक्टर-9 हॉस्पिटल की लॉड्री में हर दिन करीब 4500 बिस्तरों की धुलाई होती है। जिसमें चादर, कंबल, तकिया कवर, गाउन, ऑपरेशन टावेल, टर्किश टावेल शामिल हैं। इनकी सफाई के लिए यहां 4 वाशिंग मशीन (बड़ी), लगाई गई है। इसके अलावा 5 इनको सुखाने वाली मशीन, खंगालने वाली मशीन भी लगाई गई है। यह सभी गुरुवार को सुबह से ही बंद थी।
22 ठेका कर्मचारी करते हैं काम
लॉड्री में 22 ठेका मजदूर काम करते हैं। इसके अलावा तीन बीएसपी के नियमित कर्मचारी यहां सुपरविजन का काम करते हैं। यह मजदूर पहली पाली और जनरल शिफ्ट में ड्यूटी करते हैं। गुरुवार को सभी हड़ताल में थे, जिसकी वजह से वार्ड में आने वाले कपड़े लॉड्रीं में पहुंचे ही नहीं। लॉड्री में मौजूद साफ कंबल को वार्डों में सुबह भेज दिया गया। वहां से सफाई के लिए कंबल वापस नहीं आए। अब शुक्रवार को दो दिन के करीब 800 कपड़े एक साथ पहुंचेंगे, जिनको धीरे-धीरे कर धुलाई किया जाएगा। इस तरह से करीब सप्ताहभर तक एक दिन की हड़ताल का असर नजर आएगा।
नहीं लगा झाड़ू
सेक्टर-9 हॉस्पिटल में हर समय पोछा का काम जारी रहता है। गुरुवार को झाड़ू तक नहीं लगा, जिसके कारण कचरा इधर-उधर पसरा हुआ था। वार्डों में मौजूद डस्टबिन से कचरा नहीं उठा। वहीं गंदा कंबल व बेडशिट भी स्टोर में रख दिया गया। इसका असर आईसीयू में तक नजर आया। शौचायल से बदबू फैलने की शिकायत मरीज तक करते रहे।
यह है मांग
सीटू ठेका प्रकोष्ठ के महासचिव योगेश सोनी और अध्यक्ष जमील अहमद ने बताया कि सेक्टर-9 के करीब 250 मजदूरों ने हड़ताल में हिस्सा लिया। उनकी मांग थी कि न्यूतम मजदूरी दी जाए, वेतन पर्ची हर माह मिले, बोनस हर साल मिले, बैठाए गए मजदूरों को काम पर वापस रखा जाए।
यह कहा प्रबंधन ने
हड़ताल में बैठे मजदूरों से मिलकर सेक्टर-9 हॉस्पिटल के महाप्रबंधक शाहिद अहमद ने कहा कि मजदूरों को अब हर माह वेतन पर्ची, हाजिरी कार्ड, समय पर वेतन का भुगतान किया जाएगा। मजदूरों को न्यूनतम वेतन 351 रुपए, सोडेक्सो, की राशी 88.44 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से देंगे। निकाले गए 6 मजदूरों को काम पर वापस रखा जाएगा। बोनस का भुगतान भी किया जाएगा। लॉड्री कर्मियों को दो दिन के भीतर वेतन का भुगतान ठेकेदार नहीं करता है, तो 5 फीसदी पेनल्टी लगाई जाएगी और 6 माह या साल भर के लिए ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। इस मौके पर सन्याशी साहू, कमलेश चोपड़ा, पीके मुखर्जी भी मौजूद थे।