पुलिस ने बताया कि कुम्हारी थाने में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। थाने में हंगामा और पथराव की घटना कैमरे में कैद है। फुटेज देखने के बाद एसपी प्रखर पांडेय के निर्देश पर आरोपियों के खिलाफ दो दिन बाद अपराध दर्ज किया गया।
कुम्हारी थाना पुलिस ने बताया कि 30 अक्टूबर को शाम 5 बजे कुम्हारी वार्ड-3 निवासी कांग्रेस कार्यकर्ता कमल शर्मा स्कूटर से रायपुर से घर लौट रहा था। टांटीबंध के पास रायपुर निवासी सोनू सिंह और कुम्हारी निवासी सुपेन्द्र शर्मा की बाइक कमल के स्कूटर से टकरा गई। दोनों में विवाद बढ़ गया और मारपीट हो गई। इसमें कमल को चोट आई। वहां मौजूद लोगों ने विवाद को शांत कराया। सुपेन्द्र भी कुम्हारी का ही रहने वाला है। कुम्हारी लौटने के बाद फिर बात बढ़ गई। जब कमल दर्जनभर लोगों के साथ सुपेंद्र के घर पहुंच गया।
अपने घर पर दर्जनभर लोगों के आने की सूचना मिलने पर सुपेन्द्र भाजपा नेता पप्पू तिवारी के बेटे अनमोल तिवारी के पास चला गया। अनमोल अभाविप का कार्यकर्ता है और दोनों दोस्त हैं। अनमोल ने शिकायत कुम्हारी थाने में कर दी। इसके बाद अनमोल व सुपेंद्र का कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से फिर विवाद हो गया। मामला सुलझ जाए इसलिए विवाद कर रहे तीन युवकों को पुलिस अपनी गाड़ी में बैठाकर ले जाने लगी, तभी स्वप्निल भी पहुंच गए। इसके बाद पूरी भीड़ थाने पहुंच गई।
इस सड़क दुर्घटना के इस मामूली विवाद ने कुम्हारी में राजनीतिक रूप ले लिया था। विवाद बढ़ते-बढ़ते भाजपा वर्सेस कांग्रेस की लड़ाई बन गई थी। भाजपाइयों की ओर से दुर्ग सांसद विजय बघेल व विधायक विद्यारतन भसीन, सांसद प्रतिनिधि जितेंद्र वर्मा कुम्हारी थाना पहुंच गए थे। भाजपा नेताओं के थाना पहुंचने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य, ओएसडी मनीष बंछोर और राजेंद्र साहू भी पहुंच गए। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया तब मामला शांत हुआ।
इस राजनीतिक लड़ाई की गाज तीन आरक्षकों पर गिरी थी। कांग्रेस नेताओं की शिकायत पर एसपी प्रखर पांडेय ने गाली गलौज के आरोप में आरक्षक यशंवत साहू, मोहित तिवारी और दिनेश मंडावी को लाइन अटैच कर दिया। कुम्हारी पुलिस का कहना है कि इनमें एक आरक्षक दिनेश मंडावी घटना के समय था ही नहीं। आरोपियों ने उसके खिलाफ भी कार्रवाई के लिए दबाव बनाया।
स्वप्निल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बुधवार की रात 9 बजे थाना पहुंच गए। वे अपने कार्यकर्ताओं को पकड़कर थाने ले आने और जवानों द्वारा उनसे कथित गाली गलौज करने का विरोध कर रहे थे। वे भाजपा नेता के बेटे अनमोल, सुपेंद्र व अन्य की गिफ्तारी और आरक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ उग्र होती चली गई। कुछ लोग थाने में ईंट व पत्थर भी फेंकने लगे। पुलिस को अतिरिक्त बल बुलवानी पड़ी। थाना प्रभारी कुम्हारी आशीष यादव ने बताया कि उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश पर मामले की जांच की गई। जांच के बाद थाना मेें प्रदर्शन कर पत्थरबाजी करने वाले 40 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। जांच में और आरोपी जुड़ सकते हैं।