भिलाई

सड़क पर आवारा मवेशी, दुर्घटना रोकने बनाएंगे रोडमैप

सड़कों पर आवारा मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर रोकने के लिए अब नगरीय निकायों को रोडमैप तैयार करना होगा। जनहित याचिका पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने नगर निगमों को निर्देश जारी किया है। रोडमैप तैयार कर उस पर अनुपालन के संबंध में 10 जुलाई तक रिपोर्ट भी तलब की गई है। आवारा मवेशियों के कारण दुर्घटनाओं की शिकायतें रहती हैं।

भिलाईMay 30, 2023 / 10:59 pm

Chandra Kishor Deshmukh

शहर में 3000 मवेशी घूमते हैं सड़क पर

दुर्ग . सड़कों पर आवारा मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर रोकने के लिए अब नगरीय निकायों को रोडमैप तैयार करना होगा। जनहित याचिका पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने नगर निगमों को निर्देश जारी किया है। रोडमैप तैयार कर उस पर अनुपालन के संबंध में 10 जुलाई तक रिपोर्ट भी तलब की गई है। आवारा मवेशियों के कारण दुर्घटनाओं की शिकायतें रहती हैं। शहरी क्षेत्रों में गौठान की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने व पशु पालकों द्वारा अनुपयोगी होने पर खुले में छोड़ देने की चलन के कारण मवेशी सड़कों पर घूमते रहते हैं। इससे सड़क दुर्घटना होती है और पशुओं के साथ जनहानि का भी खतरा रहता है। इसे देखते हुए संजय रजक नामक व्यक्ति द्वारा हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई गई थी। इस पर हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद सभी राजमार्गों मेंं आवारा मवेशियों के जमावड़ा खत्म करने व दुर्घटनाओं को रोकने राज्य शासन को रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके परिपालन में नगरीय प्रशासन विभाग के अवर सचिव पुलक भट्टाचार्य ने सभी नगरीय निकायों को इस संबंध में निर्देश जारी किया है।

यहां सड़कों पर 3000 से ज्यादा मवेशी
अनुमान का मुताबिक शहर में 3 हजार से ज्यादा आवारा मवेशी हैं। इनमें से अधिकतर 24 घंटे सड़कों पर घूमते रहते हैं। जीई रोड के अलावा इंदिरा मार्केट, पटरीपार सिकोला सब्जी मार्केट व धमधा रोड, पुलगांव के आसपास मवेशियों का जमावड़ा रहता है। सर्वाधिक परेशानी की स्थिति बाजार इलाके में होती है।

धरपकड़ के नाम पर महज खानापूर्ति
निगम द्वारा मवेशियों की धरपकड़ की कार्रवाई तो की जा रही, लेकिन इसके नाम पर महज खानापूर्ति कर ली जाती है। निगम के कर्मचारी बीच-बीच में अभियान चलाकर मवेशियों को पकड़ते हैं, लेकिन इन्हें कहीं बाहर छोडऩे अथवा गौठान में रखने के बजाए दोबारा खुला छोड़ दिया जाता है। इससे मवेशी दोबारा सड़क पर पहुंच जाते हैं।

चार साल में नहीं बना पाए 4 गौठान
सड़कों पर घूमने वाले मवेशियों को नियंत्रित करने राज्य शासन द्वारा गौठान निर्माण का प्रावधान किया गया है, लेकिन इसे लेकर गंभीरता की स्थिति बेहद खराब है। नगर निगम क्षेत्र में 4 गौठान बनाया जाना है, लेकिन 4 साल में केवल 2 गौठान ही बनाए जा सके हैं। इसमें भी केवल पुलगांव का गौठान ही ठीक-ठाक चल रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति भी खराब
आवारा मवेशी और इनके कारण दुर्घटनाएं केवल शहरी क्षेत्र की नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों की भी बड़ी समस्या है। ग्रामीण इलाकों में भी इन पर नियंत्रण के लिए गौठान बनाए गए हैं, लेकिन अधिकतर गौठान की स्थिति बेहद खराब है। इसके कारण मवेशी सड़कों पर घूमते रहते हैं।

आवारा मवेशियों के कारण यह नुकसान
– आवारा मवेशी सड़कों पर भटकते हैं, इससे ट्रैफिक जाम और दुर्घटना का खतरा होता है।
– सड़कों के अलावा, सब्जी व फल बाजार में आवारा मवेशियों का आतंक रहता है।
– मवेशियों से कारण सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी की भी शिकायत रहती है।
– शहर के भीतर अभी भी अवैध खटाल हैं।इन पर नियंत्रण बेहद जरूरी।

महिला को गंवानी पड़ी जान
पिछले दिनों दो सांडों की लड़ाई के कारण शिव नगर डोंगिया तालाब पार निवासी रूखमीन बाई (80 वर्ष) की मौत हो गई थी। महिला अपने घर के दरवाजे में बैठी थी। तब लड़ते हुए दो सांड वहां आ गए। सांडों से बचने की कोशिश में भागने के दौरान महिला दोनों के चपेट में आ गई। सांडों की लड़ाई में एक अन्य महिला के पैर में भी चोट आई।

Home / Bhilai / सड़क पर आवारा मवेशी, दुर्घटना रोकने बनाएंगे रोडमैप

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.