बहस होने पर काम छोड़ कर चला गया निजी कर्मी
गार्ड की ड्यूटी लगाने वाला निजी बुकिंग क्लर्क की किसी से बहस हो गई। इतनी सी बात पर वह काम छोड़कर चला गया। मौजूद रेलवे के सुपरवाइजर ने कुछ देर उसका इंतजार किया। वह करीब 30 मिनट तक नहीं लौटा, तब वह हरकत में आया।
खुद संभालने की किया कोशिश
सुपरवाइजर ने कोशिश किया कि वह गार्ड की ड्यूटी लगाकर मामले को हेंडल कर लेगा। इसके लिए उसने कोशिश भी किया। मामला सुलझा नहीं, तब उसने उच्चस्तर में अफसरों को बताया कि गार्ड उपलब्ध नहीं है। यह बात अधिकारियों को खटकी। आखिर सारे गार्ड कहां चले गए, क्यों नहीं है उपलब्ध।
यह था हकीकत
अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने सुपरवाइजर से मिलकर पूछा। तब बताया गया कि निजी बुकिंग क्लर्क काम छोड़कर भाग निकला है। जाने से पहले उसने इसकी जानकारी सुपरवाइजर को तक नहीं दिया है। इस वजह से ड्यूटी के लिए गार्ड को कॉल नहीं किए हैं। निजी बुकिंग क्लर्क को फोन लगाया जा रहा है। उससे बात नहीं हो रही है।
नियतिम कर्मियों को बुलवाए
अधिकारियों ने आनन-फानन में नियमित कर्मियों को घर से गाड़ी भेजकर बुलवाए। वे आकर गार्ड की ड्यूटी लगाने के काम में जुट गए। इसके बाद जाकर सामान्य व्यवस्था को बहाल किया जा सका।
निजी एजेंसी को दिए अहम कार्य
रेलवे बीएमवाय, चरोदा के लॉबी में निजी एजेंसी के भरोसे अहम कार्य को दिए हैं। निजी एजेंसी के ठेका श्रमिक को नियमित कर्मियों की तरह जिम्मेदार मानकर यह का दिए हैं। ठेका श्रमिक उम्मीद में खरे नहीं उतर रहे हैं। ऐसे में लंबे समय तक निजी कर्मियों से बुकिंग क्लर्क का काम करवा पाना मुश्किल ही है।
निजी एजेंसी को थमाया जाएगा नोटिस
राजीव कुमार सोनी, एईई, बीएमवाय, इलेक्ट्रिक, ओपी ने बताया कि बहस होने के बाद निजी एजेंसी का ठेका श्रमिक शनिवार की रात 11 बजे काम छोड़कर चला गया। इसकी सूचना भी किसी को नहीं दिया। तुरंत काम को नियमित कर्मियों ने संभाला। इस मामले में निजी एजेंसी को नोटिस जारी किया जा रहा है। ठेका मजदूर को काम से हटा दिए हैं।