scriptBRP के प्रदूषण से अब लोगों को नहीं होगी परेशानी, प्रबंधन ने पर्यावरण विभाग को दिया नोटिस का जवाब | The cell refractory unit responds to the environment's notice, | Patrika News
भिलाई

BRP के प्रदूषण से अब लोगों को नहीं होगी परेशानी, प्रबंधन ने पर्यावरण विभाग को दिया नोटिस का जवाब

विभाग के अधिकारी ने शिकायतकर्ता राकेश मिश्रा को बताया कि क्रॉस चेक करने टीम जाएगी, वैसी स्थिति नहीं मिली, तो कंपनी को बंद करने निर्देश दिया जाएगा।

भिलाईJan 23, 2019 / 12:00 am

Abdul Salam

BHILAI

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भिलाई@Patrika. सेल रिफ्रैक्ट्री यूनिट (बीआरपी) ने पर्यावरण विभाग को नोटिस का जवाब भेज दिया है। जवाब में कंपनी ने उन कमियों को दूर करने का दावा किया है, जिसे निरीक्षण के दौरान पर्यावरण विभाग के दल ने देखा था। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभाग की ओर से एक दल मौके पर जाकर क्रास चेक करेगा। इसके बाद ही बताया जा सकता है कि सुधार किया गया है या नहीं।
छत्तीसगढ़ प्रदूषण नियंत्रण मंडल से शिकायत
बीआरपी से आसपास में प्रदूषण फैले जाने की शिकायत स्थानीय लोगों ने छत्तीसगढ़ प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी से की थी। इसके बाद मौके पर निरीक्षण करने पहुंची टीम को यहां बहुत से खामियां नजर आ गई थी। जिसके आधार पर विभाग ने बीआरपी को नोटिस दिया था।
कंपनी को किया जाएगा बंद
पर्यावरण विभाग के अधिकारी ने शिकायतकर्ता राकेश मिश्रा को बताया कि क्रॉस चेक करने जल्द ही एक टीम मौके पर जाएगी। वहां अगर जैसा बताया गया है, वैसी स्थिति नहीं मिली, तो कंपनी को बंद करने निर्देश दिया जाएगा। प्रदूषण के मामले में शिकायत मिलने पर विभाग कंपनियों में हर तरह का सुधार चाहता है।
दिल्ली में करेंगे शिकायत
इस मामले में शिकायतकर्ता ने कहा है कि लोगों को फिर दिक्कत होगी, तो शिकायत दिल्ली में की जाएगी। जहां लाखों लोग निवास कर रहे हैं। वहां इस तरह से रात होते ही प्रदूषण का स्तर बढ़ जाना गंभीर विषय है।
सांस लेने में हुई तकलीफ तो किया शिकायत
स्थानीय नागरिक राकेश मिश्रा ने 10 दिसंबर 2018 को छत्तीसगढ़ प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी से इस्पात नगर में रहने वालों को सांस लेने में तकलीफ होने की लिखित शिकायत की। उन्होंने बताया कि घरों के छत पर टीम कभी भी सुबह आकर जांच कर सकती है कि क्या स्थिति रहती है। इसमें मौजूद अभ्रक सेहत को नुकसान पहुंचाता है। रिसाली ही नहीं यह दिक्कत सेक्टर-5 में रहने वालों को भी हो रही है।
कमेटी का किया गठन
शिकायत मिलने के बाद छतीसगढ़ प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने विभागीय टीम का गठन कर मरोदा स्थित कारखाने का निरीक्षण किया। जहां विभाग की टीम ने पाया कि मिक्सिंग सेक्शन में दिक्कत है। बॉल मिल सेक्शन और मैग कार्बन ब्रिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्शन शॉप नं-2 कारखाने के परिसर और आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण है।
फिल्टर नहीं कर रहा सही काम
सेल रिफ्रैक्ट्री यूनिट में जांच के दौरान टीम ने पाया कि प्रदूषण को नियंत्रण के उपकरण जिसमें फिल्टर लगा है, वह ठीक से काम नहीं कर रहा है। शिकायतकर्ता ने बताया कि दिन में यहां ईंट को तैयार किया जाता है और रात में पकाया जाता है। जिसकी वजह से रात में प्रदूषण होता है और नजर भी नहीं आता।
यहां भी थी अव्यवस्था
कोल् डस्ट हैड्रॉलिक तेल के ड्रम अन्य रॉ मटेरियल ( प्लास्टिक क्ले, माइक्रो सिलिका) को खुले में डंप किया पाया गया। इसकी वजह से डस्ट यहां फैल रही है। पीसीएम इंधन, डामर संयंत्र परिसर में पसरा मिला। जिससे संयंत्र परिसर का जल प्रदूषित हो रहा है। हाउसकीपिंग से भी विभाग संतुष्ट नहीं था।
थमाया नोटिस
सेल रिफ्रैक्ट्री यूनिट में इन कर्मियों को देखने के बाद विभाग ने खतरनाक और अन्य अपशिष्ट (प्रबंधन और ट्रांसबाउंड्री मूवमेंट) नियमों 2016 के तहत प्राधिकरण के लिए नहीं किया है और परिसर के प्रावधानों का अनुपालन नहीं किया है। उद्योग को बंद कर जो कमियां है, उसे दूर कर विभाग को जानकारी दें। इसके संबंध में 15 दिनों के भीतर जवाब दिया जाए। इसका बीआरपी ने जवाब दिया है।
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