अंतिम संस्कार के लिए राम नगर मुक्तिधाम में जितनी लकड़ी थी, उसको खत्म होने में अक्टूबर 2020 तक का समय लगना था। लेकिन कोविड महामारी से अगस्त के बाद शव आने की संख्या में एकाएक बढ़ोतरी हुई, तब यहां मौजूद लकड़ी एक माह पहले ही खत्म होने लगी। पिछले बार करीब 1083 चट्टा लकड़ी वन विभाग से क्रय कर लाया गया था। अब फिर से 851 चट्टा लकड़ी खरीदने प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
वित्त वर्ष 2019-20 में 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक राम नगर, मुक्तिधाम में 2263 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं 1 अप्रैल 2020 से अब तक करीब 1120 लोगों का अंतिम संस्कार कियाा जा चुका है। वित्त वर्ष 2020-21 का अभी पांच माह ही बीता है।
नगर पालिक निगम भिलाई को तात्कालीन राज्यमंत्री बीडी कुरैशी ने एंबुलेंस दिया था। वह पुरानी हो चुकी थी, नगर निगम ने कोविड महामारी के समय जब शव लेकर जाने वाहनों का टोटा पड़ रहा था, तब इस एबुंलेस का इस्तेमाल बतौर शव वाहन किया जा रहा है।
कोरोना वायरस से जिसकी मौत हो रही है, उसके शव का अंतिम संस्कार डीजल या घी से किया जा रहा है। जिससे जल्द से जल्द अंतिम संस्कार हो जाए और वायरस से किसी को नुकसान भी न हो। पीडि़त परिवार को नगर निगम के जिम्मेदार पहले ही बता देते हैं कि कम से कम 5 से 8 लीटर डीजल लेकर मुक्तिधाम पहुंचें, ताकि अंतिम संस्कार उससे किया जा सके।