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भिलाई

कोरोना काल में तीन गुना ज्यादा बढ़ गई मौतें, श्मशान में लकड़ी पड़ रही कम, डीजल छिड़कर कर रहे अंतिम संस्कार

इस्पात नगरी भिलाई में आम दिनों से करीब तीन गुना ज्यादा मौतें कोरोनाकाल में हो रही है। रामनगर मुक्तिधाम, भिलाई में रोजाना लाशों के पहुंचने का सिलसिला थम नहीं रहा है।

भिलाईSep 21, 2020 / 12:37 pm

Dakshi Sahu

कोरोना काल में तीन गुना ज्यादा बढ़ गई मौतें, श्मशान में लकड़ी पड़ रही कम, डीजल छिड़कर कर रहे अंतिम संस्कार

कोरोना काल में तीन गुना ज्यादा बढ़ गई मौतें, श्मशान में लकड़ी पड़ रही कम, डीजल छिड़कर कर रहे अंतिम संस्कार

भिलाई. इस्पात नगरी भिलाई में आम दिनों से करीब तीन गुना ज्यादा मौतें कोरोनाकाल में हो रही है। रामनगर मुक्तिधाम, भिलाई में रोजाना लाशों के पहुंचने का सिलसिला थम नहीं रहा है। हालात यह है कि यहां अंतिम संस्कार में उपयोग होने वाली लकडिय़ा एक माह पहले खत्म होने जा रही है। राम नगर मुक्तिधाम की बात करें तो एक दिन में शव पहले औसत 6 ही आते थे। वर्तमान में यहां 15 से 20 तक शव पहुंच अंतिम संस्कार के लिए लाए जा रहे हैं। यही वजह है कि कोविड संक्रमित शवों का जिस जगह अंतिम संस्कार किया जाता है, वहां पर पहले से ही लकडिय़ों का इंतजाम कर दिया जा रहा है। ताकि शव के पहुंचते ही अंतिम संस्कार किया जा सके।
एक माह पहले खत्म हो रही लकड़ी
अंतिम संस्कार के लिए राम नगर मुक्तिधाम में जितनी लकड़ी थी, उसको खत्म होने में अक्टूबर 2020 तक का समय लगना था। लेकिन कोविड महामारी से अगस्त के बाद शव आने की संख्या में एकाएक बढ़ोतरी हुई, तब यहां मौजूद लकड़ी एक माह पहले ही खत्म होने लगी। पिछले बार करीब 1083 चट्टा लकड़ी वन विभाग से क्रय कर लाया गया था। अब फिर से 851 चट्टा लकड़ी खरीदने प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पिछले साल की तुलना में मौत अधिक
वित्त वर्ष 2019-20 में 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक राम नगर, मुक्तिधाम में 2263 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं 1 अप्रैल 2020 से अब तक करीब 1120 लोगों का अंतिम संस्कार कियाा जा चुका है। वित्त वर्ष 2020-21 का अभी पांच माह ही बीता है।
निगम ने पुरानी एंबुलेंस को बनाया शव वाहन
नगर पालिक निगम भिलाई को तात्कालीन राज्यमंत्री बीडी कुरैशी ने एंबुलेंस दिया था। वह पुरानी हो चुकी थी, नगर निगम ने कोविड महामारी के समय जब शव लेकर जाने वाहनों का टोटा पड़ रहा था, तब इस एबुंलेस का इस्तेमाल बतौर शव वाहन किया जा रहा है।
डीजल से किया जा रहा अंतिम संस्कार
कोरोना वायरस से जिसकी मौत हो रही है, उसके शव का अंतिम संस्कार डीजल या घी से किया जा रहा है। जिससे जल्द से जल्द अंतिम संस्कार हो जाए और वायरस से किसी को नुकसान भी न हो। पीडि़त परिवार को नगर निगम के जिम्मेदार पहले ही बता देते हैं कि कम से कम 5 से 8 लीटर डीजल लेकर मुक्तिधाम पहुंचें, ताकि अंतिम संस्कार उससे किया जा सके।

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