किसानों और आदिवासियों की मांगों को लेकर यह पदयात्रा निकाली गई है। जिसमें युवा, महिला, बुजुर्ग हर वर्ग के लोग शामिल थे। वे मांग कर रहे हैं कि 2500 रुपए में सरकार जल्द धान खरीदे, वन अधिकार कानून से छेड़-छाड़ न किया जाए। पांचवी अनसूचि लागू आदिवासी इलाकों में कारपोरेट घरानों का जबरदस्ती घुसपैठ पर रोक लगाई जाए। किसानों के जमीन अधिग्रहण पर रोक लगाई जाए। राज्य सरकार चुनाव में जो वादा किया है उसे शब्दस: पालन करें, जंगल के साथ साथ जंगलों में रहने वाले आदिवासियों के जमीन कारपोरेट घराने को न सौपा जाए। इस मौके पर चंद्रकला तारम, कलादास डेहरिया, नीरा, लखन साहू, मुकेश साहू, जेपी नायर, रचना, गीत मौजूद थे।