आरोपी श्रृंखला को तड़पते हुए दोपहर की चिलचिलाती धूप में छोड़ भागा था। उधर से गुजर रहे 10 साल के एक बच्चे की नजर उस पर पड़ी। पहले तो बच्चा घबरा गया फिर रोड से गुजर रहे एक राहगीर को आवाज लगाई। युवक मौके पर पहुंचा और तुरंत डायल 112 के सूचना दी।
डायल ११२ शाम करीब ४ बजे श्रृंखला को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर-9 में भर्ती कराया। तीन घंटे तक आइसीयू में इलाज चला। शाम ७.३० बजे उसकी स्थिति और गंभीर हो गई। इधर तब तक परिजनों को खबर मिल चुकी थी। सभी अस्पताल पहुंच चुके थे। डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए श्रृंखला को तत्काल हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी। परिजनों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए एसपी प्रखर पांडेय से आग्रह किया। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस की मदद से श्रृंखला को रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर पहुंचाया गया। श्रृंखला को अभी तक होश नहीं आया है। वह कोमा में है। उसका इलाज चल रहा है।
इधर नेवई पुलिस को घटना की कोई भनक तक नहीं लगी। डायल ११२ की टीम ने थाना पहुंचकर जानकारी दी, तब भी घटना स्थल की जांच और आरोपी आखिर कौन है, उसकी पड़ताल की जहमत नहीं उठाई। एसपी प्रखर पांडेय खुद घटना स्थल पर पहुंचे तब नेवई पुलिस हरकत में आई। घटना को २४ घंटे से अधिक समय हो चुका है, नेवई पुलिस अभी तक यही तय नहीं कर सकी है कि किस दिशा में जांच करें।