नायब तहसीलदार ने दोनों महिलाओं का अलग अलग बयान दर्ज किया। साथ ही जमुना बाई और विमला निर्मलकर को समझाइश दी कि वे किसी तरह की कदम न उठाए। उनके शिकायत का निराकरण जल्द किया जाएगा। नायब तहसीलदार ने विवादित जमीन का निरीक्षणकर दस्तावेज का मिलान किया। दरअसल उक्त जमीन को सड़क की जमीन बताया गया। नायब तहसीलदार ने कहा कि सड़क की जमीन पर अवैध कब्जा करना अपराध की श्रेणी में आता है। विवादित जमीन को स्वयं की जमीन बताना भी अपराध है।
ग्राम लिटिया धमधा ब्लॉक की जमुना बाई देवांगन व विमला निर्मलकर ने सड़क किनारे क्रमश: गुपचुप ठेला व कपड़ा प्रेस का दुकान संचालित कर रही हैं। दोनों को व्यापार करते हुए २० वर्ष हो चुका है। महिलाओं का कहना था कि दुकान के पीछे हेमकरण साहू ने मकान बनाकर रह रहा है। जिस जमीन पर वे व्यापार करती है उससे बेदखल कर दिया है। दुकान को तोड़ दिया है। महिलाओं का कहना है कि हेमकरण वहां काम्पलेक्स बनाना चाहता है। शिकायत करने पर पंचायत से लेकर तहसीलदार व पुलिस खामोश है। दुकान को तोडऩे से उनके घर में चूल्हा जलना बंद हो गया है। अब उनके पास आत्मदाह करने के सिवाय कोई दूसरा रास्ता नहीं है।