पहली बैठक में अधिकारियों से डेंगू के बारे में जानकारी ली सुंदरानी ने जिम्मेदारी संभालते ही पहली बैठक में अधिकारियों से डेंगू के बारे में जानकारी ली। साथ ही सफाई व्यवस्था जल्द ही दुरुस्त करने कहा। नियमों को ध्यान में रखते हुए समय रहते सभी कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। हितग्राही मूलक योजनाएं और चल रहे विकास कार्यों की भी जानकारी प्राप्त की। बैठक के दौरान राजस्व अधिकारी एचके चन्द्राकर, सहायक आयुक्त एके द्विवेदी, आरबीएस चौहान, कार्यपालन अभियंता सत्येन्द्र सिंह, आरके साहू, सभी जोन आयुक्त विभाग प्रमुख और कर्मचारी युनियन के प्रतिनिधि ने सुंदरानी का स्वागत किया।
सवाल- आप पड़ोसी शहर दुर्ग नगर निगम मेंं दो बार आयुक्त रहे हैं। भिलाई से आप पूरी तरह परिचित हैं। यहां आपकी प्राथमिकताएं क्या होगी?
जवाब- फिलहाल प्रारंभिक चुनौती तो डेंगू से निपटना ही है। सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करना है। निर्माण कार्यो को गति देना है। शासन की विकास और हितग्राहीमूलक योजनाओं को पूरा करना है ताकि लोगों को समय पर उसका लाभ मिले। फाइलें कहीं न रुकें। दु्रतगति से काम चले। क्योंकि अब हमारे पास ज्यादा समय नहीं है। 15 दिन में आचार संहिता लग जाएगी।
सवाल- डेढ़ साल से सफाई का टेंडर अटका हुआ है। आप कैसे निपटाएंगे?
जवाब- मैंने फाइल अभी देखी नहीं है। जानकरी भी नहीं है। जो भी नियमानुसार होगा किया जाएगा।
सवाल- आपने दुर्ग निगम में कई इनोवेशन किए और राष्ट्रीय स्तर पर अवॉर्ड भी जीते, भिलाई में क्या करने का सोचा है?
जवाब- इनोवेशन तो अपने आप हो जाता है। मैंने कुछ किया नहीं।सब अपने आप होते चले गए। लोगों का सहयोग मिलेगा तो यहां भी कुछ अच्छा और नया करेंगे।
सवाल- स्वच्छता रैंकिग में दुर्ग ने ऊंची छलांग लगाई। 2016 में 100 शहरों में 46 वें, 2017 में 500 में 85 वें नंबर पर रहने वाला दुर्ग 2018 में देश के 4000 शहरों के बीच प्रतिस्पर्धा में टॉप 38 में शुमार हो गया। इसके विपरीत भिलाई पिछड़ता गया। भिलाई की स्थिति कैसे सुधारेंगे?
जवाब- भिलाई वैसे भी स्वच्छ और सुंदर शहर है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 चालू हो गया है। उसके निर्देश भी आने लगे हैं। मैंने ज्वाइन करते ही सबसे पहला निर्देश स्वच्छता रैकिंग को लेकर ही दिया है। भिलाई को बहुत आगे ले जाएंगे।
सवाल- भिलाई निगम में राजनीतिक दांवपेंच खूब होते है। पूर्व आयुक्त और महापौर के बीच रिश्तों की कड़वाहट जगजाहिर है। फिर यहां सत्ता पक्ष की दो धु्रवें भी हैं। आप कैसे तालमेल बनाएंगे? जवाब- मुझे तो नियमों के तहत ही कार्रवाई करनी है। शासन के नियम और नगर निगम अधिनियम भी बहुत स्पष्ट है। शासन के निर्देश भी स्पष्ट होते हैं। कहीं कोई कन्फ्युजन नहीं है।