मंत्री को रूबरू पाकर बच्चों ने सवालों की झड़ी लगा दी। एक छात्रा ने सवाल किया, आरक्षण क्यों मिलना चाहिए, क्या इसे बंद नहीं किया जा सकता। जवाब में मंत्री ने कहा कि सरकार को संविधान के दायरे में कार्य करना पड़ता है और यदि हम किसी भी परिवार का उदाहरण लें तो परिवार के मुखिया का यह प्रयास होता है, कि वे अपेक्षाकृत कमजोर संतान को अतिरिक्त सहायता कर अन्य संतानों के समकक्ष लाए। आरक्षण का संभवत: यही उद्देश्य है।
इंस्पायर कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक प्राचार्य डॉ. एसके राजपूत भी मौजूद थे। संचालन करते हुए इंस्पायर प्रोग्राम के सहायक समन्वयक डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, डॉ. अनिल कुमार ने ५ दिवसीय कैम्प के दौरान आयोजित गतिविधियों की जानकारी दी। विद्यार्थियों के लिए हुए बहुविकल्पीय प्रश्न युक्त परीक्षा की प्रभारी डॉ. जगजीत कौर सलूजा ने बताया कि शकुंतला विद्यालय भिलाई के छात्र नवनीत पंचायन ने प्रथम, विश्व मोहन पांडेय बीएसपी हायर सेकेण्डरी स्कूल, सेक्टर-10, द्वितीय और विश्वजीत भोई, अभिनव विद्या मंदिर, पुसौर रायगढ़ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत इनोवेटिव आइडिया स्पर्धा के सर्वश्रेष्ठ 10 नामों की घोषणा प्रभारी प्राध्यापक डॉ. अनुपमा अस्थाना ने की। इन 10 विद्यार्थियों में डीएवी पब्लिक स्कूल हुडको के अमरकांत साहू, आदर्श कन्या विद्यालय दुर्ग की प्रियंका मनाडे, शासकीय स्कूल घुघवा के नागेश्वर, शासकीय स्कूल खम्हरिया के मृदुल निर्मल, शासकीय स्कूल मरोदा टैंक के दीपक लाल दास डीएवी राजहरा स्कूल के प्रकाश कुमार, शंकुतला विद्यालय की अंकिता गुप्ता, अभिनव विद्या मंदिर रायगढ़ के संदीप गुप्ता, डीएवी राजहरा के सत्येन्द्र द्विवेदी और चंचल शर्मा शामिल थे। महाविद्यालय की ओर से मृदुल निर्मल को उत्कृष्ट योगा प्रस्तुति के लिए डेस्कटॉप कंप्यूटर पुरस्कार के तौर पर दिया गया।
इससे पूर्व आज समापन सत्र में दो आमंत्रित व्याख्यान हुए इसमें सेंटर फॉर सेंलुयर बायोलॉजी के अमिताभ चट्टोपाध्याय ने फ्लोरोसेंस स्पेक्ट्रो स्कोपी और जीवन की आधार इकाई बायोरिमेंबे्रन विषय पर व्याख्यान दिया। शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार प्राप्त डॉ. चट्टोपाध्याय ने प्रोटीन संरचना के बायोरिमेंबे्रन के साथ सहसंबंध का गहराई का विश्लेषण किया।