बीएसपी के बोरिया गेट पर प्रदर्शन के दौरान एचएमएस ने यह बात कही। महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र ने गेट मीटिंग में संयंत्र कर्मी भी आकर अपनी समस्याएं रख सकते हैं, यूनियन उसके निदान का प्रयास करेगी।
अध्यक्ष एचएस मिश्रा, जी जोगिंदर राव ने मांग की कि लीज का छठवां चरण के लिए विचार किया जाए। आवास रिटेंशन स्कीम को रिटायर होने वाले कर्मचारियों के लिए 2 साल के लिए लागू किया जाए, इसके पहले भी स्थानीय प्रबंधन से इसकी मांग कर चुके हैं।
मौजूद कर्मियों से धनंजय चतुर्वेदी व हेमंत महोबिया ने कहा कि प्रबंधन बिना सोचे विचारे पूरे प्लांट में आउट सोर्सिंग से काम लिया जा रहा है। प्रबंधन जितने की बचत दिखाती है, उससे कई गुना ज्यादा नुकसान हो रहा है, उचित रखरखाव के अभाव व दुर्घटना में इजाफा इसका कारण है, आउट सोर्सिंग पर काम लेने वाली कंपनी महज अपना लाभ देखती है, उन्हें संयंत्र की उत्पादकता व लाभ से कोई लेना देना नहीं है।
आउट सोर्सिंग में काम देने के बाद वहां कर्मियों को बीएसपी से पूरा भुगतान किया जा रहा है। बीएसपी के नियमित कर्मचारी भी काम कर रहे हैं आउट सोर्सिंग में काम करने वाले श्रमिकों का शोषण भी किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश जिसमें समान कार्य के लिए समान वेतन का आदेश दिया है, इस आदेश का सख्ती से पालन किया जाए। इसका जो पालन नहीं कर रहा, उसके खिलाफ कार्रवाई हो।
यूनियन नेता ने कहा कि ठेका मजदूरों को न्यूनतम वेतन पर्ची व अन्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रबंधन ठोस नीति बनाएं मजदूर नेता पर हमला करने वाले ठेका कंपनियों को ब्लैक लिस्ट करें।
यूनियन नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद प्रबंधन तत्काल सम्मानजनक वेतन समझौता के लिए पहल करे। कर्मियों के सब्र का और परीक्षा न लिया जाए, जिससे संयंत्र कर्मी उग्र होकर आंदोलन के लिए बाध्य हों सकते हैं।
यूनियन ने मांग किया कि ऐसी स्कीम लेकर आए प्रबंधन, जिसमें आर्थिक पैकेज के स्थान पर एक आश्रित को नौकरी दिया जाए। इससे कम लागत में नए कर्मचारी संयंत्र को मिलेंगे, जिसका अनुकूल प्रभाव उत्पादन पर पड़ेगा। वीआर लेने वाले कर्मियों को एकमुश्त लाखों का भुगतान भी नहीं करना पड़ेगा।
यूनियन नेताओं ने कहा कि ईएल व फेस्टिवल इनकेशमेंट का विषय उठाते हुए कहा कि प्रबंधन तत्काल नकदीकरण शुरू करे। ताकि कर्मचारी अपने बच्चों के स्कूल फीस व उससे संबंधित अन्य खर्च की व्यवस्था कर सकें। मेडिकल टेक्नोलॉजीस्ट कर्मियों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि 4 अक्टूबर 2008 के पहले भर्ती हुए कर्मचारी जिन्हें एस-3 ग्रेड में भर्ती किया है, उनका ट्रेनिंग पीरियड सेवा काल से नहीं जोड़ा है। आने वाले समय में जूनियर कर्मचारी सीनियर के समकक्ष हो जाएंगे, सीनियर हो जाएंगे। यूनियन को कोशिश कर इसे दूर करना होगा।