परेशान होकर शशिकला ने उत्तर प्रदेश फैमिली कोर्ट में शिकायत की। दोनों में समझौता हुआ। कोर्ट ने गुजारा भत्ता 10 हजार रुपए हर माह देने निर्देशित किया। शशिकला मायके में ही रहने लगी। करीब 3 माह पहले ही वह भिलाई पति अशोक के घर आई थी। पति अशोक चौहान के पिता और मां ने मिलकर उसके साथ मारपीट की। शशिकला की शिकायत पर पति अशोक और सास ससुर के खिलाफ धारा 294, 323, 506 बी, 34 के तहत जुर्म दर्ज किया।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को सुबह 9.30 बजे सूचना मिली। शशिकला का पति अशोक चौहान रेलवे ड्यूटी कर 9 बजे घर आया। प्रथम मामले में रह रही अपनी पत्नी के कमरे गया। पर्दा हटाकर देखा तो वह पंखे पर झूल गई थी। मौका मुआयना किया गया। लेकिन घटना स्थल से कोई सुसाइडल नोट नहीं मिला है।
शशिकला पति अशोक की प्रताडऩा को भुलाकर नए सिरे से जीवन जीने के लिए मायके से पति के घर आ गई। तीन माह तक उसके साथ रही, लेकिन पति के रवैये में बदलाव नहीं आया। शनिवार को जब अशोक और उसके मां-पिता ने उसे घसीट-घसीट कर मारा तब वह मदद की गुहार लेकर पुलिस के दरवाजे पर पहुंची। पुलिस के सामने मिन्नतें की। कहा साहब वो लोग हमें मार देंगे। पुलिस ने भरोसा तो दिलाया लेकिन घर पहुंची और मौत को गले में लगा लिया।
पुलिस ने बताया कि अशोक और उसके माता पिता नीचे रहते थे। शशिकला को रहने के लिए प्रथम माले में किचन अटैच कमरा दिया गया था। जहां वह अकेली रहती थी। दोनों का अलग-अलग खाना बनता था।