बीआईटी, दुर्ग के इंफॉर्मेशन टेक्नालाजी के छात्रों ने अपनी काबिलियत के बूते चयनित टीमों में जगह बनाई। चौथा चैलेंज सरकार के योजनाओ की जानकारी आसानी से गांव तक पहुचांने की थी, इसके आखिरी पड़ाव में बीआईटी दूसरे स्थान पर रहा।
कैबिनेट मंत्री अमर अग्रवाल, आईटी सेके्रट्री संजय शुक्ला, कमलप्रीत सिंह सीएसआईडीसी के एमडी. सुनील मिश्रा, इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के डायरेक्टर अनुराग पांडे, चिप्स के सीईओ एलेक्स पॉल मेनन और 36 आईएनसी के सीईओ राजीव रॉय ने हमारे बीआईटीयंस को 25000 का पुरस्कार दिया।
रिकॉर्डेड वाइस सुनाई देगी
बीआईटी स्टूडेंट्स के इस ऐप के जरीए अनपढ़ और मोबाइल के बारे में न जानने वाले भी, सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं को जानेंगे, क्योंकि रिकॉर्डेड वाइस के द्वारा एवं सिर्फ उन्हें साधारण वस्तुओं का चयन क्लिक में करना होगा। सारंग पितले सहायक प्राध्यापक बीआईटी दुर्ग का योगदान छात्रों के लिए बहुत महत्वपुर्ण रहा।
कॉलेज ट्रस्ट के सचिव आईपी मिश्रा, प्राचार्य डॉ. अरुण अरोरा ने छात्रों को प्रोत्साहित किया। विभागाध्यक्ष डॉ. एनी थामस ने वर्ष के दूसरे हैकाथन में विजयी होने पर छात्रों को बधाई दी। टीम में ५वें सेमेस्टर के घनश्याम सिंह नेताम, शिवशंकर कुमार, अश्विनी मिश्रा एवं रिशा गुप्ता ने भाग लिया था।
इससे पहले भी जीत चुके हैं पुरस्कार
इसी साल मार्च-अप्रेल में भी भारत सरकार के स्मार्ट इंडिया हैकाथन में बीआईटी के इंफर्मेशन टेक्नोलॉजी के छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ 8 में स्थान प्राप्त किया था। इस प्रतियोगिता में श्रेयांश जैन, विनय जैन, आकांशा वर्मा, सान्या सरीन, पंकज चैधरी एवं श्रेयांश ने भाग लिया था। टीम ने इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ मैनेजमेंट के लिए एंड्रॉयड ऐप, वेब ऐप्लीकेशन एवं एप्पल फोन के लिए ऐप बनाया था।