टीम के वायरल मोबाइल नंबर पर ग्राहक बनकर संपर्क किया। आरोपी युवक से इंजेक्शन की डिमांड की। आरोपी कोहका निवासी पीयूष शुक्ला ने अपना नाम बताया। शुक्रवार की शाम को उसने सुपेला चौक पर मिलने बुलाया। टीम मौके पर पहुंची और उसे दबोच लिया। आरोपी युवक 4 हजार एमआरपी वाले इंजेक्शन रेमडेसिविर को 12-13 हजार में बेचते हुए पकड़ा गया। आरोपी पीयूष शुक्ला के कब्जे से 4 नग रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किया गया है। मामले में अभी पूछताछ की जा रही है। ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद भी जनता को अपने परिजनों की जान बचाने के लिए जीवन रक्षक रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। दुर्ग जिले में इंजेक्शन के लिए मारामारी की स्थिति से अवगत कराने विधायक अरुण वोरा और दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से बात की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रायपुर के साथ दुर्ग जिला सर्वाधिक कोरोना प्रभावित है। राजधानी की तर्ज पर दुर्ग जिले के लिए भी विशेष कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता है। जीवनरक्षक दवा रेमडेसिविर जरूरत के मुकाबले 10 फीसदी भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 12 तारीख को इस आशय का टेंडर जारी किया गया है। जिसके खुलते ही प्रदेश को हर सप्ताह 30 हजार रेमडेसिविर की सप्लाई सुनिश्चित होने की संभावना है। जिससे काफी हद तक रिकवरी रेट में बढ़ोतरी होगी।