@Patrika.मामले का खुलासा बुधवार को दोपहर को हुआ। कांग्रेस के पार्षदों ने इसे गंभीरता से लेते हुए निगम आयुक्त लोकेश्वर साहू से शिकायत की। आयुक्त राजस्व विभाग के कार्यालय तक पहुंचे और युवक से पूछताछ करने के बाद यह कहते हुए जाने कहा कि दोबारा निगम कार्यालय परिसर में नजर नहीं आना। जबकि कांग्रेस के पार्षदों का कहना था कि दो माह में युवक ने २५ से ३० हजार रुपए की वसूली की है।
कांग्रेस पार्षद राजेश शर्मा बुधवार को आधार कार्ड में दिए मोबाइल नंबर को बदलने कार्यालय पहुंचे थे। पार्षद भोला महोबिया के साथ राजेश ने कार्यालय से फार्म लिया और भरने लगे। इसी बीच युवक ने कहा कि फार्म भरने का काम उसका है। इसके लिए 10 रुपए लगेंगे। अगर फार्म गलत भरा गया तो दोबारा फार्म नहीं मिलेगा। युवक द्वारा दिए इस सूचना को पार्षदों ने गंभीरता से लिया और पड़ताल की। पूछताछ के बाद दोनों पार्षद हतप्रभ रह गए। दरअसल उन्हें जानकारी मिली कि युवक कर्मचारी नहीं है और दो माह से कार्यालय में बैठ रहा है। इसी बीच निगम सभापति राजकुमार नारायणी के पहुंचने के बाद घटना की जानकारी निगम आुयक्त को दी गई।
बड़ा सवाल
कांग्रेस के पार्षदों का कहना है कि गैर कर्मचारी स्थानीय अधिकारियों के संरक्षण के बिना कार्यालय में कैसे बैठ सकता है। इस उगाही के खेल में निगम के अधिकारी संलिप्त है। इसकी जांच होनी चाहिए। युवक के खिलाफ पुलिस में शिकायत होनी थी, लेकिन आयुक्त द्वारा केवल चेतावनी देकर छोड़े जाने से बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
इसी तरह की एक अन्य शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की थी। ग्राम मोहलाई में स्मार्ट कार्ड बनाने रुपए लेने की शिकायत स्वास्थ्य विभाग को एक माह पहले मिली थी। इस शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच कराई और उगाही करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ दुर्ग सिटी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई।@Patrika