नवंबर में 2 और मुहूर्त, अगले साल मई में सर्वाधिक 15
अगले साल आधा अप्रेल के बाद शुरू होंगी शादियां जनवरी से मार्च तक एक ही मुहूर्त
2 more Muhurats in November, 15 in May next year in bhilwara
भीलवाड़ा।
देवउठनी एकादशी के साथ ही जिले में शादियों का सीजन शुरू हो गया। साथ ही अन्य मांगलिक कार्य भी शुरू हो गए। एकादशी के अबूझ मुहूर्त से जिलेभर में १००० से अधिक शादियां हुई है। पंडित अशोक व्यास के अनुसार, देवउठनी एकादशी के बाद २७ व ३० नवंबर के ही मुहूर्त है। दिसंबर में विवाह के पांच मुहूर्त रहेंगे। 11 दिसंबर साल का आखिरी मुहूर्त होगा। अगले साल भी विवाह की धूम आधा अप्रेल गुजरने के बाद होगी। जनवरी से मार्च 2021 तक विवाह का सिर्फ एक मुहूर्त १८ जनवरी को है। इसके बाद सीधे 22 अप्रेल से शुभ दिन शुरू होंगे।
देव प्रबोधिनी एकादशी पर तुलसी शालि ग्राम विवाह की परंपरा है। इसलिए इसदिन को विवाह के लिए शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन किया विवाह कभी नहीं टूटता। अक्षय तृतीया और वसंत पंचमी भी अबूझ मुहूर्त हैं।
वर्ष 2020 में थे 49 मुहूर्त, लेकिन 26 दिन हो पाए विवाह
इस साल जनवरी से मार्च तक होली से पहले 19 ही मुहूर्त थे। 15 मार्च से मलमास शुरू हो गया। फिर कोरोना के चलते लॉकडाउन में अप्रेल से जून तक 23 मुहूर्त निकल गए। चातुर्मास के दौरान जुलाई से 24 नवंबर तक विवाह नहीं हुए। अब देवउठनी एकादशी से 11 दिसंबर तक कुल 7 ही दिन विवाह के मुहूर्त रहेंगे।
अगले साल महज 51 मुहूर्त
वर्ष 2021 में विवाह के लिए सिर्फ 51 दिन रहेंगे। 18 जनवरी को पहला मुहूर्त रहेगा। इसके बाद बृहस्पति और शुक्र ग्रह के कारण साल के शुरुआती महीनों में विवाह नहीं हो पाएंगे। मकर संक्रांति के बाद 19 जनवरी से 16 फरवरी तक गुरु तारा अस्त रहेगा। फिर 16 फरवरी से ही शुक्र तारा 17 अप्रेल तक अस्त रहेगा। इस कारण विवाह का दूसरा मुहूर्त 22 अप्रेल को है। इसके बाद देवशयन से पहले यानी 15 जुलाई तक 37 दिन विवाह के मुहूर्त है। वहीं 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी से 13 दिसंबर तक विवाह के लिए 13 दिन रहेंगे।
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