25 अफसरों की दो टीमेें हर सोमवार को साप्ताहिक बैठक में जिला मुख्यालय के सभी प्रमुख 25 अफसरों की मौजूदगी अनिवार्य थी। इस अवधि में दस से पन्द्रह अफसरों से ही विभागीय काम को लेकर कलक्टर की बातचीत हो पाती है। ऐसे में शेष दस अफसरों को अपनी बात कहने का मौका नहीं मिल पाता था।
बैठक का तरीका बदला जिला स्तरीय समीक्षा बैठक का तरीका अब बदला है। पच्चीस विभागों के अफसरों की अब दो टीमें गठित कर दी है। एक टीम के अफसर सप्ताह में एक बार समूची विभागीय प्रगति व जनता से जुड़े काम से अवगत कराएंगे। इस दौरान सभी से विस्तृत चर्चा हो सकेगी। अगली समीक्षा बैठक में दूसरी टीम आएगी। इसी प्रकार अन्य बैठकों में संबंधित अफसरों की मौजूदगी रहेगी।
कलक्ट्रेट में नई व्यवस्था जिला कलक्टर नमित मेहता बताते है कि सरकारी कार्यालयों के तय समय में विभागीय अधिकारी मौजूद रहे और आम जनता के कार्य हो, इसके लिए नई व्यवस्था की है। जिला स्तरीय समीक्षा बैठक का तरीका भी बदला है। अधिकारियों से जुड़ाव वेब से नियमित रहेगा। कार्यालय में तय समय में नहीं पहुंचने एवं तय अवधि में लगातार ठहराव नहीं होने पर संबंधित अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।