जिन पर गुजर कर वाहन हिचकोले खाते हैं। खासतौर से दुपहिया वाहन चालकों सर्वाधिक परेशानी झेल रहे हैं। सीवरेज का काम पूरा होने के बाद यहां सीमेंट और क्रंकीट से सड़क बनाई गई। सड़क निर्माण के लेवल पर कोई ध्यान नहीं दिया। िस्थति यह हो रही है कि कहीं सड़क ऊंची है तो कहीं नीची। सड़क के बीचोंबीच मैनहॉल बाहर निकल रहे हैं। जिन पर चढ़कर वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। सीमेंट और कंक्रीट उखड़ जाने से आसपास के व्यापारी धूल के गुबार से परेशान हैं। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार एजेंसियां ध्यान नहीं दे रही। न ही ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में लाई गई। पिछले एक पखवाड़े में इन गड्ढों की वजह से पांच जने चोटिल हो चुके हैं।
मानसून करीब, पानी भरा तो और मुश्किल
मानसून का आगाज अगले माह होने वाला है। प्री-मानसून जून के पहले से दूसरे सप्ताह में दस्तक दे सकता है। ऐसे में इन गड्ढों में बारिश का पानी भरने पर सड़क नजर ही नहीं आएगी। हादसे का और अंदेशा बढ़ जाएगा। मानसून में सड़क मरम्मत संभव नहीं होती है। लोग खस्ताहाल सड़क से आजिज आ चुके है। इसे लेकर लोगों में रोष है।
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फैक्ट फाइल
200 मीटर
सड़क की हालत खराब
6 बड़े
गड्ढे परेशानी का सबब
2 माह
से लोग हो रहे परेशान
50 हजार
वाहन रोजाना यहां से गुजरते
1 लाख
से अधिक लोगो की आवाजाही