बैठक में जबहार के कारणों की समीक्षा शुरू हुई तो आरोपों की बौछार हो गई। कार्यकर्ताओं ने कहा, हमारे
काम नहीं होते हैं। अधिकारियों को बताते हैं तो अनसुना कर देते हैं। अब तो पब्लिक भी बोलने लगी है भाजपा वालों की नहीं चलती है।
नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी का वायरल हुआ वीडियो, विधानसभा में दिनभर चला हंगामा, देखें वीडियो एमएलए, सांसद को बोलते हैं तो उनको भी कोई नहीं गांठते हैं। बैठक में जिलाध्यक्ष दामोदर अग्रवाल, पूर्व सांसद हेमेंद्रसिंह, पूर्व मंत्री डॉ. रतनलाल जाट, जिला प्रमुख व मांडलगढ़ उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी शक्तिसिंह हाड़ा, यूआईटी अध्यक्ष गोपाल खंडेलवाल, नगर परिषद सभापति ललिता समदानी आदि उपस्थित थे।
सबसे से बड़ी बैंक डकैती विफल करने वाले जांबाज सीताराम का प्रमोशन, बनाया हैड कांस्टेबल महामंत्री की सीख—पद का न रखें भम्रपदाधिकारियों ने मंत्री, सांसद, विधायकों पर कार्यकर्ताओं को अनुसना करने का आरोप लगाया तो संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने बड़ी सीख दे दी। वे बोले, कार्यकर्ता आजीवन बना रहेगा। पद आते—जाते रहेंगे पर कार्यकर्ता अहम है। हम भाजपा की देन है और हमे भाजपा ने बनाया है। ऐसे में जिनको पद का भ्रम है वे संभल जाए क्योकि पद दोबारा मिले यह गारंटी नहीं है।
सशर्त हुई समीक्षा
महामंत्री चंद्रशेखर ने मांडलगढ़ में हार की समीक्षा की। इससे पहले कुछ शर्तें रख ली। इसमें बताया कि कोई भी पदाधिकारी एक दूसरे के खिलाफ व्यक्तिगत आरोप नहीं लगाएगा। जातिगत आधार नहीं गिनाएगा और न ही किसी की निंदा करेगा। इसके बावजूद पदाधिकारियों ने हार के कारण गिनाए। उन्होंने कुछ लोगों ने बाद में व्यक्तिगत रूप से भी मुलाकात की।