गुर्जर सवाईमाधोपुर जिले के गावडी गांव निवासी है। गुर्जर जयपुर में देव मेडिकल कॉलेज एंड एज्युकेशन ग्रुप के चेयरमैन हैं , राजस्थान पुलिस में थानाप्रभारी के रूप में भी गुर्जर सेवा दे चुके है। कांग्रेस प्रत्याशी दामोदर चार भाइयों में तीसरे स्थान पर है। इनके दो भाईयों में से एक भाई श्याम लाल गुर्जर भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त हुए है। इनके अनुज रामलाल गुर्जर राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी है, वर्ष 2006-07 में माण्डल उपखण्ड अधिकारी रहे है।
कांग्रेस ने पांचवी बार बाहरी प्रत्याशी उतारा
भीलवाड़ा सीट से कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के इतिहास में पांचवी बार बाहरी प्रत्याशी उतारा है। अभी तक के हुए चुनाव में चार में दो प्रत्याशी उदयपुर के कालूलाल श्रीमाली व राजसमंद जिले के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ही जीत दर्ज कर सके हैं। जबकि उदयपुर के ही पूर्व महाराणा मेवाड़ महेन्द्र सिंह व हिंडोली विधायक अशोक चांदना भीलवाड़ा से हार चुके है।
नए नाम से सभी चौंकें
संसदीय क्षेत्र में जिला कांग्रेस एवं सियासी गलियारे के लिए गुर्जर का नाम नया होने के साथ ही चौंकान्ने वाला है। गौरतलब है कि भीलवाड़ा संसदीय सीट पर वर्ष 2019 में हुए चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुभाष बहेडि़या ने कांग्रेस प्रत्याशी रामपाल शर्मा को छह लाख 12 हजार मतों से हराया था।
कांग्रेस का बड़ा दांव
भीलवाड़ा संसदीय क्षेत्र के आसींद में भगवान देवनारायण की जन्मस्थली है, माण्डल, आसींद सहित बूंदी जिले की हिंडोली व जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र में काफी संख्या में गुर्जर मतदाता हैं. ऐसे में चर्चा है कि कांग्रेस ने गुर्जर को भीलवाड़ा से उतार कर बड़ा दांव खेला है।
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संघर्ष करेंगे और जीतेंगे पार्टी के कार्यकर्ता। पार्टी ने भीलवाड़ा संसदीय क्षेत्र की जनता की सेवा का मौका दिया है।
– दामोदर गुर्जर, कांग्रेस प्रत्याशी, भीलवाड़ा