ये हैं जिम्मेदार
अवैध बजरी दोहन रोकने की जिम्मेदारी खान विभाग के साथ ही राजस्व, परिवहन, वन विभाग व पुलिस की है। यह बात दीगर है कि ये विभाग कभी कभार ही कार्रवाई कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि खान विभाग के अधिकारी एक रास्ते पर एक दिन में एक-दो ट्रैक्टर बजरी के पकड़कर दर्जनों रास्ते बजरी का अवैध परिवहन करने के लिए खुला छोड़ देते हैं। अधिकारियों का कहना है कि बजरी परिवहन को रोकना उनके बस की बात नहीं रही, क्योंकि उनके पास न तो साधन हैं और ना ही स्टाफ। ऐसे में कोई भी अधिकारी व कर्मचारी जोखिम लेने को भी तैयार नहीं है। इसके चलते ही जिले में अवैध रूप से बजरी का खुलेआम दोहन व परिवहन हो रहा है।
अवैध बजरी दोहन रोकने की जिम्मेदारी खान विभाग के साथ ही राजस्व, परिवहन, वन विभाग व पुलिस की है। यह बात दीगर है कि ये विभाग कभी कभार ही कार्रवाई कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि खान विभाग के अधिकारी एक रास्ते पर एक दिन में एक-दो ट्रैक्टर बजरी के पकड़कर दर्जनों रास्ते बजरी का अवैध परिवहन करने के लिए खुला छोड़ देते हैं। अधिकारियों का कहना है कि बजरी परिवहन को रोकना उनके बस की बात नहीं रही, क्योंकि उनके पास न तो साधन हैं और ना ही स्टाफ। ऐसे में कोई भी अधिकारी व कर्मचारी जोखिम लेने को भी तैयार नहीं है। इसके चलते ही जिले में अवैध रूप से बजरी का खुलेआम दोहन व परिवहन हो रहा है।