स्कूलों में नन्हे-मुन्नों से लेकर, बाजारों, बस, ट्रेन तथा शादी समारोह में कोविड नियमों का पूरी तरह पालन नहीं किया जा रहा। मास्क व सेनेटाइजर का उपयोग बहुत कम हो गया है। तथ्य यह भी है कि जिले में वर्तमान में कोरोना का एक्टिव केस नहीं है। गत दिनों कोरोना के दो मामले मिलने से चिंता फिर से बढ़ गई है। कोरोना की पिछली लहर के समाप्त होने के बाद लोगों के साथ ही प्रशासनिक लापरवाही भी बढ़ी है। अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की ओर से भी कोविड नियमों की पालना में कोताही बरती जा रही है।
यह नियम नहीं, जरूरत है -घर से बाहर निकलें तो चेहरे मास्क लगाकर निकलें। -बच्चों को स्कूल भेजें तो मास्क लगाकर भेंजे। -भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें व दो गज की दूरी बनाए रखें।
-सेनेटाइजर साथ रखें तथा बच्चों के बार-बार हाथ धुलाएं। -कोरोना से संबंधित लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इनका कहना है
लोगों को कोविड नियमों का पूरी तरह से पालन करना होगा। जिन लोगों ने टीके नहीं लगाए हैं, वे टीके लगवाएं। कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। अभी तक जिले में कोई केस नहीं है, लेकिन सावधानी बहुत जरूरी है। –
लोगों को कोविड नियमों का पूरी तरह से पालन करना होगा। जिन लोगों ने टीके नहीं लगाए हैं, वे टीके लगवाएं। कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। अभी तक जिले में कोई केस नहीं है, लेकिन सावधानी बहुत जरूरी है। –
डॉ. मुस्ताक खान, सीएमएचओ भीलवाड़ा