scriptcorruption in bhilwara अफसरों से थी लाइजनिंग: तहसील के साथ न्यास, खान और प्रशासन में भी था दखल | corruption in bhilwaraThere was liaisoning with the officers: there wa | Patrika News
भीलवाड़ा

corruption in bhilwara अफसरों से थी लाइजनिंग: तहसील के साथ न्यास, खान और प्रशासन में भी था दखल

corruption in bhilwara बिजौलिया के खनन व्यवसायी और दलाल कैलाश धाकड़ की विभिन्न महकमों के अधिकारियों के साथ लाइजनिंग अच्छी थी। तहसील ही नहीं भीलवाड़ा में खनन विभाग, जिला प्रशासन और नगर विकास न्यास में भी उसका अच्छा दखल है।

भीलवाड़ाJan 19, 2022 / 11:07 am

Akash Mathur

There was liaisoning with the officers: there was interference in the

There was liaisoning with the officers: there was interference in the

corruption in bhilwara बिजौलिया के खनन व्यवसायी और दलाल कैलाश धाकड़ की विभिन्न महकमों के अधिकारियों के साथ लाइजनिंग अच्छी थी। तहसील ही नहीं भीलवाड़ा में खनन विभाग, जिला प्रशासन और नगर विकास न्यास में भी उसका अच्छा दखल है। अफसरों से चुटकियों में काम कराने में महारथ हासिल थी। काम के लिए वह सीधे अफसरों से डील करता था। उनके लिए दलाली करके लोगों के काम करवाता और बदले में मुहंमांगी राशि दिलवाता। बिजौलियां में कोई भी अफसर आए, वह लाइजनिंग करके अपना बना लेता था।corruption in bhilwara
अधिकारी उसके कहे अनुसार काम करते थे। सूत्रों से जानकारी मिलने के बाद एसीबी ने कैलाश धाकड़ और तहसीलदार लालाराम यादव को राडार पर लेते हुए उनके मोबाइल सर्विलांस पर डाल दिए। पिछले तीन माह से सर्विलांस के दौरान कैलाश के कई बड़े अधिकारियों से दलाली को लेकर बातचीत की जानकारी मिली। एसीबी की भीलवाड़ा के कुछ बड़े अधिकरियों को टे्रप करने की योजना थी।
एसीबी सूत्रों के मुताबिक तकनीकी आधार पर तहसीलदार लालाराम से रिश्वत की राशि मांग को लेकर सत्यापन कराने में कोई परेशानी नहीं हुई। क्योंकि तहसीलदार ने दलाल और रिश्वत देने के आरोपी दीपक से बेखौफ होकर मोबाइल पर बात की। इससे एसीबी के लिए सत्यापन कराना आसान रहा। दीपक ने तहसीलदार के भाई के खाते में तीन लाख रुपए डाल दिए। खाते में राशि डाले जाने के बाद तीन महीने से हो रही मेहनत को एसीबी बेकार नहीं करना चाहती थी। रिश्वत की पूरी चेन को ब्रेक करना जरूरी हो गया। एेसे में बड़े अफसरों पर कार्रवाई के लिए समय नहीं मिला। सोमवार को आनन-फानन में टीम गठित कर कार्रवाई के लिए एसीबी जयपुर से रवाना हुई।
सबको एकत्र कर भीलवाड़ा लाए, आमने-सामने हुई पूछताछ
एसीबी टीम ने चार स्थानों पर दबिश देकर पांच जनों को हिरासत में लिया। सभी को कृषि उपज मण्डी स्थित एसीबी की विशेष शाखा लाया गया। यहां रिश्वत के मामले में सभी को आमने-सामने करके पूछताछ हुई। उसके बाद चार जनों की गिरफ्तारी बताई । तहसीलदार और दलाल कैलाश के घर से कई दस्तावेज भी मिले। इन दस्तावेजों की एसीबी गहनता से जांच कर रही है।
बिजौलियां अफसरों की पहली पसंद
ऊपरमाल क्षेत्र बिजौलियां में बड़े पैमाने पर पत्थर का खनन होता है। यहां विभिन्न महकमों में लगने के लिए अधिकारी इच्छुक रहते है। ऐसे में यहां पर भी एसीबी विशेष नजर रखती है। भष्टाचार को लेकर पिछले दो-तीन सालों में एसीबी कई कार्रवाई कर चुकी है। एेसे में इलाका चर्चित रहता है। खनन व्यवसायी कैलाश धाकड़ का बिजौलियां के पथिकनगर में आलीशान मकान है। मूलत: यह बिजौलियां के पास नया गांव का रहने वाला है। पूर्व में भी एसीबी यहां खनन विभाग के अभियन्ता गोपाल बच्छ को दलाल के जरिए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर चुकी है।

Home / Bhilwara / corruption in bhilwara अफसरों से थी लाइजनिंग: तहसील के साथ न्यास, खान और प्रशासन में भी था दखल

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो