जानकार कहते हैं कि विधानसभा चुनाव के लेकर अक्टूबर में आचार संहित लागू होगी। इसके चलते जनप्रतिनिधि स्कूलों में बालिकाओं को साइकिल वितरित नहीं कर पाएंगे। इसका फायदा जिले कि बेटियों को भी मिलेगा।
गत वर्ष अगस्त में साइकिलों का प्रस्ताव भेजा था। ९वीं कक्षा की बालिकाओं को नवंबर-दिसंबर में साइकिलें बांटी गई। वर्ष 2016 में अद्र्धवार्षिक परीक्षा के बाद साइकिलें दी। इस बार साइकिलों का टेंडर वैशाली ‘जेएमडीÓ कंपनी को दिया है। जून में ही मांग ली गई। कंपनी ने बतौर सैंपल बुधवार को एक साइकिल माध्यमिक शिक्षा कार्यालय को भेजी है।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय से इस बार भीलवाड़ा जिले के लिए 7900 साइकिलों की संभावित सूची भेजी है। गत वर्ष यह संख्या 7180 थी। इस बार बेटियों के बढ़ते नामांकन को देखते हुए कार्यालय से 10 फीसदी बढ़ाकर करीब 7900
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय से इस बार भीलवाड़ा जिले के लिए 7900 साइकिलों की संभावित सूची भेजी है। गत वर्ष यह संख्या 7180 थी। इस बार बेटियों के बढ़ते नामांकन को देखते हुए कार्यालय से 10 फीसदी बढ़ाकर करीब 7900
आने-जाने में रहेगी आसानी
इस बार दस फीसदी बढ़ाकर ७,९०० साइकिलों की संभावित सूची भेजी है। बालिकाओं को सत्र के शुरुआत में ही साइकिलें मिल जाती है, तो उन्हें स्कूल आने-जाने में आसानी रहेगी।
डॉ. शंकरलाल माली, एडीइओ माध्यमिक (प्रथम), भीलवाड़ा