ब्लैक फंगस के हर दिन आ रहे मरीज
एक दर्जन से अधिक का जयपुर में चल रहा उपचार
ब्लैक फंगस के हर दिन आ रहे मरीज
भीलवाड़ा।
जिले में पिछले कोरोना संक्रमितों में ब्लैक फंगस भी सामने आ रहे है। ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठने लगा है कि कोरोना की तरह क्या ब्लैक फंगस भी एक से दूसरे व्यक्ति तक फैल सकता है। ब्लैक फंगस का उपचार कर रहे नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. जयराज वैष्णव का कहना है कि यह कोरोना की तरह संक्रमक नहीं है और एक से दूसरे व्यक्ति तक नहीं फैलता। इस तरह का फंगस पहले से ही हमारे बीच हवा, मिट्टी, एसी, गंदगी वाली जगहों में मौजूद है। इस फंगस से उन लोगों को सतर्क रहना चाहिए, जिनकी इम्युनिटी कमजोर है। बताया जा रहा है कि शहर में इससे पीडि़त ४ मरीज भर्ती है, जबकि दो की मौत हो चुकी है तथा एक की आंखों की रोशनी तक चली गई है। वहीं चार जने अब भी उपचार के लिए जिला प्रशासन से मदद मांग रहे है। एक दर्जन से अधिक का उपचार जयपुर में चल रहा है। इसमें एक बैंक कर्मचारी भी शामिल है।
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. घनश्याम चावला ने बताया कि ब्लैक फंगस के वायरस हवा में उड़ रहे होते हैं, जो हमारे नाक में चले जाते हैं। हालांकि नाक में कई ऐसे सेल होते हैं, जो इसे नष्ट कर देते हैं। जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है, उनके नाक के सेल इन्हें नष्ट नहीं कर पाते और ये बाड़ी में प्रवेश कर जाते हैं। उनके अंदर यह जल्दी ग्रो कर जाते हैं। अब कोरोना के कारण मरीज की इम्युनिटी और कम हो जाती है तो ये फंगस हावी हो जाता है। ऐसे में उन लोगों को ज्यादा खतरा है जो शुगर के मरीज है, कोविड पेशेंट है और उसकी इम्युनिटी कम है। हालांकि अगर समय रहते इसका पता लग जाए तो एंटी फंगल दवाओं से इसका इलाज संभव है।
आइसीयू व लो इम्युनिटी से फैल रही बीमारी
गंभीर कोरोना संक्रमित लंबे समय तक आइसीयू में आक्सीजन सपोर्ट पर रहते हैं। इस दौरान फेफड़े का संक्रमण कम करने के लिए स्टेरॉयड थेरेपी के साथ खून पतला करने की दवाएं भी दी जाती हैं। आक्सीजन की वजह से नाक, मुंह व आंखों के आसपास नमी बनी रहती है। ठीक से सफाई न होने से फंगल इंफेक्शन होने लगता है और संक्रमण चपेट में ले लेता है।
Home / Bhilwara / ब्लैक फंगस के हर दिन आ रहे मरीज