पुलिस कार्रवाई को लेकर संगम ग्रुप के चेयरमैन रामपाल सोनी का कहना है कि उनके यहां केवल कपड़ा प्रोसेस के लिए आया था। पुलिस ने जो कपड़ा जब्त किया है, उसके नाम में व शिकायतकर्ता के ट्रेडमार्क में काफी अंतर है। शिकायतकर्ता का भी जॉन एंड टेलर के नाम से लगभग 2 लाख मीटर कपड़ा प्रतिमाह यहां बन रहा है। वहीं विशाल सूटिंग्स के संचालक राजेन्द्र भालावत ने जो कपड़ा प्रोसेस के लिए भेजा, उसके नाम में भी काफी अंतर है। जो नाम लिखा है वह एक्सक्लूसिव फाइन शर्टिंग बाई ज्हॉन एंड टेलर केपिटल अक्षरों में लिखा है जबकि शिकायतकर्ता के ट्रेडमार्क केवल जॉन एंड टेलर तिरछा लिखा है। इसमें संगम प्रोसेस की कोई गलती नहीं है। पुलिस ने गलत मामला बनाया है।
उधर, ट्रेडमार्क के पंजीकृत ऑनर आदित्य मुरारका का कहना है कि संगम प्रोसेस का नकली सेल्वेज से कोई लेना-देना नहीं है। उनके यहां केवल कपड़ा प्रोसेस के लिए गया था। लेकिन विशाल सूटिंग्स के मालिक भालावत कॉफी राइट एक्ट का उल्लंघन करते कई नाम से नकली सेल्वेज बना रहा है। इसकी शिकायत पहले भी मिली थी। उसके सभी दस्तावेज भी हैं।